रायपुर. छत्तीसगढ़ चैंबर ऑफ काॅमर्स के चुनाव का ऐलान नहीं हुआ है, लेकिन अभी से जंग की तैयारी प्रारंभ हो गई है। कैट के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और चैंबर के पूर्व अध्यक्ष अमर पारवानी की दावेदारी सबसे पहले अध्यक्ष पद के लिए सामने आई है। इस दावेदारी के बाद व्यापारी एकता पैनल सकते में है, लेकिन इस पैनल के अध्यक्ष श्रीचंद सुंदरानी का साफ कहना है, दमदार प्रत्याशी खड़ा करेंगे। चैंबर ऑफ काॅमर्स के अध्यक्ष जितेंद्र बरलोटा का कार्यकाल 19 दिसंबर को समाप्त हो रहा है। अचानक अध्यक्ष ने ऐेलान कर दिया है कि वे इस तारीख के बाद पद पर नहीं रहेंगे। ऐसे में चैंबर चुनाव को लेकर तमाम चर्चाएं होने लगी हैं। चैंबर का तीन साल का कार्यकाल पूरा होने की बात सामने आने पर चुनाव को लेकर दावेदार सक्रिय हो गए हैं। सबसे पहले दावेदार के रूप में अमर पारवानी का नाम सामने आया है।
कैट के पदाधिकारियों से करेंगे चर्चा दावेदारी को लेकर अमर पारवानी का कहना है, वे चुनाव जरूर लड़ना चाहते हैं, लेकिन इसका फैसला वे अकेले नहीं कर सकते। इसके लिए सबसे पहले तो कैट के राष्ट्रीय पदाधिकारियों से बात करनी होगी। इसी के साथ प्रदेश के पदाधिकारियों से भी रायशुमारी करेंगे। इसकी शुरुआत राजधानी रायपुर से कर रहे हैं। मंगलवार को पदाधिकारियों की बैठक है, इसमें देखेंगे कि यहां के पदाधिकारी क्या चाहते हैं। इसके बाद प्रदेश के पदाधिकारियों की बैठक कर उनसे पूछा जाएगा। जब सबकी सहमति बन जाएगी, तब चुनाव लड़ने का अंतिम फैसला होगा। चुनाव लड़ने के लिए कैट के प्रदेशाध्यक्ष का पद छोड़ना पड़ेगा, लेकिन राष्ट्रीय उपाध्यक्ष का पद कायम रहेगा। अमर को चैंबर की अहमियत समझ आई व्यापारी एकता पैनल के अध्यक्ष श्रीचंद सुंदरानी का अमर पारवानी के चुनाव लड़ने को लेकर कहना है, उनके चुनाव लड़ने का स्वागत है। इसी के साथ वे कहते हैं, तीन साल पहले श्री पारवानी अध्यक्ष न बन पाने के कारण चैंबर छोड़कर एक राष्ट्रीय संस्था कैट में चले गए थे, लेकिन लगता है, अब उनको यह अहसास हो गया है कि प्रदेश में छत्तीसगढ़ चैंबर ऑफ काॅमर्स का ही ज्यादा महत्व है। श्री सुंदरानी का साफ कहना है, वे तो चैंबर का चुनाव नहीं लड़ेंगे, लेकिन श्री पारवानी के खिलाफ दमदार प्रत्याशी खड़ा किया जाएगा। हमारे पैनल में दमदार प्रत्याशियों की कमी नहीं है।
