ग्राम अरजकुंड से तीन नाबालिगों के अपहरण मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इसमें मुख्य आरोपी सहित सहयोगी पिता-पुत्र शामिल हैं। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वे तीनों नाबालिगों को नागपुर में एक सोनपापड़ी बनाने वाली कंपनी में काम करने ले जाने वाले थे। अरजकुंड से रविवार की सुबह 11 बजे तीन नाबालिग लड़कियां लापता हो गई थी। इसकी शिकायत के बाद पुलिस ने खोजबीन शुरू की और कुछ घंटे के भीतर ही तीनों नाबालिगों को मोहला ब्लाॅक के खुर्सीपार गांव में चिंताराम नेताम के घर से बरामद कर लिया गया। पूछताछ पर चिंताराम ने बताया कि चिचोला इलाके के रहने वाला मुख्य आरोपी समारु कुंजाम तीनों नाबालिगों को परिजन को सूचना दिए बिना नागपुर ले जाने वाला था। तीनों को चिंताराम का बेटा राजेंद्र नेताम अपनी बाइक में बैठाकर अजरकुंड से घर तक लाया था।
मानव तस्करी से जुड़े तार की जांच कर रही पुलिस: अब पुलिस मानव तस्करी के एंगल से इलाके में पतासाजी में जुट गई है। आशंका है कि इस तरह की कुछ और भी नाबालिगों को बहला फुसलाकर दूसरे शहरों में ले जाने की तैयारी की जा रही है। पुलिस ने अपने सूचना तंत्र को सक्रिय किया है।
