मनेंद्रगढ़: शहर से लगे ग्राम पंचायत चनवारीडांड़ में तीन भालुओं के दल ने एक घर में घुस कर किचन रखी सब्जी, राशन और फ्रिज में रखी मिठाई व अन्य सामग्री खाकर निकल गए। भालुओं का दल करीब 1 घंटे घर में घूमता रहा। जिससे डरे-सहमे घर के सदस्य अपने-अपने कमरों में दुबके रहे। क्षेत्र में इन दिनों भालुओं का आतंक बढ़ता जा रहा है। 22 अक्टूबर को तड़के 3 बजे शहर से लगी ग्राम पंचायत चनवारीडांड़ वार्ड 7 निवासी मोनिका खलखो पति जुगलाल के घर में तीन भालू बाउंड्रीवाल पारकर अंदर घुस गए। भालुओं ने किचन का दरवाजा और खिड़की तोड़ दी। मकान मालकिन मोनिका ने बताया कि दरवाजा खड़खड़ाने की आवाज सुनकर उनकी नींद खुल गई। खिड़की से झांककर देखा तो तीन भालुओं का दल आंगन में घूम रहा था। उन्होंने बताया कि भालुओं ने पहले उसके कक्ष के दरवाजे को धक्का देकर तोड़ने की कोशिश की। बाद में उनके कमरे से सटे किचन के दरवाजे और खिड़की को क्षतिग्रस्त कर दिया। करीब 1 घंटे भालुओं का दल उनके घर में मंडराता रहा। एक घंटे बाद भालुओं के घर से जाने के बाद जब आस-पड़ोस के लोगों को मोबाइल से सूचना देकर कमरे से निकलकर किचन में जाकर देखा तो भालू लगभग 5 हजार का राशन सामग्री, साग-सब्जीऔर फ्रिज में रखे मिठाई व अन्य सामग्री को चट कर चुके थे। वहीं गंज में रखा 4 लीटर रिफाइन भी भालू पी गए। मोनिका के अनुसार दरवाजा, खिड़की व राशन सामग्री मिलाकर भालुओं ने उन्हें लगभग 10 हजार का नुकसान पहुंचाया है। उन्होंने बताया कि वन विभाग को इसकी सूचना दिए जाने पर विभागीय अमले ने स्थल का मुआयना कर क्षतिपूर्ति के लिए ऑफिस आकर आवेदन देने के लिए कहा है।
मनेंद्रगढ़, चरचा और जूनापारा में आबादी के बीच पहुंचे भालू
चरचा कॉलरी| क्षेत्र में रोजाना जंगली भालू मुख्य मार्ग व कॉलोनियों में घूमते दिखाई दे रहे हैं। शहर के मुख्य मार्ग स्थित दुकानों व घरों में लगे सीसीटीवी कैमरे में भालू घूमते देखे गए हैं। मुख्य मार्ग के अलावा नेपाल गेट, बांधपारा, बनखेत्ता सहित आसपास के ग्रामीण इलाकों में शाम होते ही जंगली भालू विचरण कर रहे हैं। इससे शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र के रहवासियों में भय बना हुआ है। नवरात्रि पर्व पर श्रद्धालु सुबह माता के मंदिर पूजा पाठ के लिए जाते हैं लेकिन भालू के डर से श्रद्धालु सुबह 8 बजे के बाद ही मंदिर पहुंच रहे हैं। पिछले साल भी आसपास के ग्रामीण इलाकों से 9 लोग को भालू ने हमला कर घायल कर दिया था। इनमें तीन लोग भालू के हमले से गंभीर रूप से घायल हुए थे।
