बिलासपुर में कोरोना इलाज के नाम पर निजी अस्पताल मरीजों से मनमानी वसूली कर रहे थे। लगातार शिकायतें मिलने के बाद सीएमएचओ डॉ. प्रमोद महाजन ने कोविड का इलाज करने वाले आठ निजी अस्पतालों को पत्र लिखकर पहले दिन से लेकर 27 सितंबर तक जितने मरीज भर्ती हुए हैं उनका क्या इलाज किया गया और बदले में मरीजों से कितने पैसे लिए गए बिल मांगा था। लेकिन बाद में इतने सारे बिल को देख पाने की मुश्किल काे देखते हुए फैसला बदला और 22 से 27 यानी एक हफ्ते के बिल मंगाए गए। मंगलवार को सभी अस्पतालों ने बिल जमा किए और बुधवार को स्वास्थ्य विभाग ने बिल को देखा तो पता चला कि सभी अस्पताल बेड चार्ज तो सरकार द्वारा तय की गई दरों पर ही ले रहे हैं लेकिन दवाइयां, ऑक्सीजन और एंबुलेंस के रेट बहुत मंहगे लगाए हैं। स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक सबसे ज्यादा बिल अपाेलो का था। यहां दवाइयां और ऑक्सीजन के नाम पर मरीजों से काफी पैसा लिया जा रहा है। वहीं सबसे कम बिल एसकेबी अस्पताल का था। इसके अलावा किम्स में ईएसआई लागू होने के कारण वे ईएसआई नियम का पालन कर ज्यादातर मरीजों का इलाज कर रहे हैं। सीएमएचओ डॉ. प्रमोद महाजन का कहना है कि शासन ने जो प्रति दिन बेड चार्ज तय किए हैं सभी निजी अस्पताल उसी दर के अनुसार पैसा ले रहे हैं। दवाइयां, ऑक्सीजन सहित अन्य चीजों की दर शासन ने तय नहीं की हैं इसलिए उनके बारे में कुछ कहना सही नहीं है। फिर भी मैंने अस्पतालों से कह दिया है कि कम से कम रेट लगाएं। इसके बाद भी जो लोग व्यक्तिगत शिकायत करेंगे तो संबंधित अस्पताल पर जांच के बाद कार्रवाई करेंगे।
सीएमएचओ के पत्र के बाद इन अस्पतालों ने दी जानकारी
- श्रीराम केयर मंगला चौक
- अपोलो लिंगियाडीह
- एसकेबी जरहाभाठा
- स्काई बसंत विहार चौक
- केयर एंड क्योर प्रताप चौक
- महादेवा व्यापार विहार
- आर बी रिंग रोड-2
- किम्स मगरपारा
