धान खरीदी केंद्र में आधे से अधिक धान का उठाव अभी तक नहीं हो पाया है और न ही अचानक मौसम के बदलने से धान के बचाव के कुछ साधन हैं।
सुकमा। छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले के लगभग सबसे ज्यादा खरीदी किये जाने वाले धान खरीदी केंद्र में आधे से अधिक धान का उठाव अभी तक नहीं हो पाया है और न ही अचानक मौसम के बदलने से धान के बचाव के कुछ साधन हैं। पिछले दिनों छत्तीसगढ़ में अचानक मौसम के बदलाव से सुकमा जिले में भी तेज बारिश हुई। इस पर शाम में अचानक मौसम के बदलने से खरीदी केंद्र में रखे धान को आनन-फ़ानन में कुछ तालपतरी से ढंका गया। इसके बावजूद कई ढेरों में बारिश के पानी पड़ने की वजह से धान खराब होने की भी संभावना है। सुबह धान खरीदी केंद्र जाने पर देखा गया कि कई धान के ढेरों पर सुबह ढकाव के कार्य किये जा रहे थे और कई तो बिना ढकाव के ही थे। ऐसे में सरकार द्वारा इतना खर्च करने के बावजूद धान केंद्र में धान की नियती बर्बाद होने के सिवा और कुछ नहीं दिख रही है। धान खरीदी केंद्र में कुछ कर्मचारी उपस्थित थे, उनसे जानकारी लेने पर उन्होंने बताया कि सुबह के 10 बजे तक कोई जवाबदार वहां नहीं पहुंचे है साथ ही खरीदी केंद्र प्रभारी को फोन करने पर उन्होंने फोन उठाना तक उचित नहीं समझा। आने वाले समय में अगर ऐसे ही अचानक मौसम बदला तो छिन्दगढ़ धान खरीदी केंद्र में अधिकतर धान के नुकसान होने की स्थिती बनी हुई है।