Monday, May 20, 2024
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छत्तीसगढ: मुंगेली में प्लांटेशन के नाम पर धांधली; सागौन पेड़ लगाने मंगाए गए थे रूट-शूट,15 हजार से अधिक प्लांट नदी में बहा दिए गए… SDO ने रेंजर को जारी किया नोटिस….

छत्तीसगढ के मुंगेली जिले में वन विभाग की गंभीर लापरवाही उजागर हुई है। पता चला है कि यहां रुट-शूट प्लांट के 15 बोरियों को नदी में बहा दिया गया है। इस रूट-शूट के पौधे को खुड़िया वन परिक्षेत्र के बिजराकछार क्षेत्र में सागौन के पड़ लगाने मंगाया गया था। जो अब जिले के मनियारी नदी से बरामद किए गए हैं। इस मामले में सामान्य वन के एसडीओ ने खुड़िया रेंजर को कारण बताओ नोटिस जारी कर मामले में जल्द जांच प्रतिवेदन सौंपने कहा है। उन्होंने कहा है कि जांच रिपोर्ट आने पर जल्द कार्रवाई करेंगे।

रुट-शूट से तैयार होते हैं सागौन के पेड़

दरअसल ये पूरा मामला लोरमी के खुड़िया वन परिक्षेत्र के बिजराकछार क्षेत्र का है। जहां पर सागौन के प्लांटेशन के लिए सागौन के रूट-शूट भेजे गए थे। रूट शूट सागौन के पेड़ के जड़ का छोटे-छोटे कलम का हिस्सा होता है। जिससे सागौन के पेड़ तैयार होते हैं। सागौन का पेड़ सबसे कीमती इमारती लकड़ियों में शामिल हैं। यही वजह है कि वन विभाग इसके प्लांटेशन पर ज्यादा जोर देता है। पर अब रूट शूट को नदी में बहा देने का मामला सामना आने के बाद वन विभाग के अधिकारी और कर्मचारी सवालों के घेरे में हैं।

वन विभाग ने बोरियों को कराया जब्त।

वन विभाग ने बोरियों को कराया जब्त।

4 बोरी रूट-शूट अब तक मिले

इस मामले का पता तब चला पाया। जब भाजपा नेता विरेंद्र गुप्ता एवं वन समिति ने रूट-शूट के प्लांट को नदी में देखा। वहीं यह भी बताया गया है कि नदी के अंदर में 15 बोरी से अधिक बोरे फेंके गए हैं। कुल मिलाकर एक बोरी में 1 हजार से अधिक रुट के पेड़ थे। इस प्रकार ये माना जा रहा है कि 15 हजार से ज्यादा प्लांट को नदी में बहा दिया गया है। इधर, जब अधिकारियों को इस बात का पता चला तब उन्होंने आनन-फानन में उड़नदस्ता की टीम को मौके पर भेजकर नदी में फेंके गए पेड़ की 4 बोरियां को जब्त करवा लिया है।

एसडीओ बोले-गंभीर लापरवाही है

पूरे मामले पर जब सामान्य वन के एसडीओ चूड़ामणि सिंह से दैनिक भास्कर ने बात की तो उन्होनें माना कि इस तरह का कृत्य गंभीर लापरवाही की श्रेणी में आता है। उन्होनें कहा कि जानकारी मिली है कि 2 से 3 बोरी में 2 से 3 हजार रुट शूट नदी में पड़ा हुआ मिला है।अभी हमनें अपनें रेंजर केके डड़सेना से स्पष्टीकऱण जारी करने को कहा है। साथ ही जांच प्रतिवेदन देने को भी कहा है। प्रतिवेदन आने पर जो दोषी अधिकारी औऱ कर्मचारी हैं। उनके खिलाफ तत्काल कार्रवाई की जाएगी।

दूसरे राज्यों से खरीदे जाते हैं

जानकार बताते हैं कि प्रतिवर्ष प्रदेश सरकार सागौन के प्लांटेशन के लिए वनविभाग के जरिए करोड़ों रुपए के रूट-शूट दूसरे राज्यों से खरीदी करवाती है। जिसे पूरे प्रदेशभर के जंगलों में लगाया जाता है। इसके अलावा यह भी पता चला है कि खुडिया वन परक्षेत्र में बड़ी संख्या में सागौन लकड़ी की कटाई की जा रही है और जंगलों में बेजा कब्जा किया जा रहा है।

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