रायपुर। छत्तीसगढ़ में मौतों का आंकड़ा भले ही कम हुआ हो, लेकिन कोरोना का खतरा अभी टला नहीं है। छत्तीसगढ़ में लॉकडाउन का दौर चल रहा है, लेकिन छत्तीसगढ़ के अधिकांश बड़े जिलों में लॉकडाउन बढ़ाने के संकेत मिल रहे हैं। इस बाबत आदेश निकलना भी शुरू हो गया है। प्रदेशभर के साथ ही बलरामपुर रामानुजगंज जिले में भी तेजी से बढ़ रहे कोविड 19 संक्रमण को रोकने के लिए बलरामपुर जिले के कलेक्टर श्याम धावड़े ने 23 मई रात्रि 12 बजे तक संपूर्ण जिले में लॉकडाउन का आदेश जारी किया है. 23 मई मध्य रात्रि 12 बजे तक जिला कंटेनमेंट जोन रहेगा. इस समयावधि में जिले की संपूर्ण सीमाएं सील रहेंगी। साथ ही आपातकालीन एवं आवश्यक सेवाओं के लिए छूट भी प्रदान की गईं हैं। निश्चित समयावधि के दौरान कुछ चीजों की होम डिलीवरी कि छूट दी गई है। साथ ही कृषि से जुड़े हुए दुकानों को भी छूट दी गई है। बुधवार को बलरामपुर जिले में कोरोना के 465 नए मरीज मिले थे। वहीं उपचार के दौरान तीन मरीजों की मौत हो गई थी। जिले में अब तक 14 हजार 173 मरीजों की पुष्टि हो चुकी है। इनमें से 10 हजार 288 मरीज स्वस्थ्य हो चुके हैं। वहीं जिले में अब तक 82 मरीजों की मौत कोरोना से हो चुकी है।
24 मई तक बढ़ाया गया बिलासपुर में लॉकडाउन…..कल तक जारी हो सकता है आदेश
बिलासपुर में 24 मई तक के लिए लॉकडाउन बढ़ाने का निर्णय लिया गया है, इस बाबत कलेक्टर सारांश मित्तर आज शाम या कल तक आदेश जारी कर सकते हैं। हालांकि इस बार लॉकडाउन में पिछली बार से थोड़ी छूट रहेगी। जानकारी के मुताबिक इस बार आटा चक्की, चश्मे की दुकान, प्राइवेट कंस्ट्रक्शन वर्क, सीमेंट, सरिया की दुकान के साथ-साथ मोहल्लों में संचालित होने वाली किराना दुकानों को खोलने की इजाजत होगी। हालांकि अन्य प्रतिबंध पहले की तरह ही लागू रहेगी। जानकारी के मुताबिक रायपुर और राजनांदगांव सहित अन्य जिलों में भी इसी तरह से लॉकडाउन को बढ़ाने का फैसला लिया जायेगा। आपको बता दें कि इससे पहले कल ही मुख्यमंत्री ने लॉकडाउन की समीक्षा की थी और राजधानी रायपुर सहित चार जिलों में लॉकडाउन में छूट देने की बात कही थी। उसी वक्त ये साफ हो गया था कि छत्तीसगढ़ में सरकार अचानक से पाबंदियां नहीं हटायेगी, बल्कि लॉकडाउन में छूट देकर सख्तियां भी बरकरार रखेगी। आपको बता दें कि पिछले करीब 1 महीने से ज्यादा दिनों से छत्तीसगढ़ में लॉकडाउन लगा हुआ है। लॉकडाउन की वजह से छत्तीसगढ़ में संक्रमण में कमी आयी है, अब आंकड़ा 10 हजार के करीब पहुंच गया है, हालांकि अच्छी खबर ये है कि पॉजेटिविटी रेट और मौत के आंकड़े बड़ी तेजी से घट रहे हैं।