धर्मांतरण का मुद्दा इन दिनों प्रदेश के सियासी ब्लैक बोर्ड पर बेहद नुमाया ढंग से लिखा जा रहा है। एक दिन पहले ही पूरा विपक्ष भरी बारिश में राजधानी की सड़क पर शांति मार्च में नजर आया था। अगले दिन बयानी जंग देखने को मिली। शनिवार के शांति मार्च के दौरान प्रदेश के पूर्व CM डॉ रमन सिंह भीग चुके थे। अपनी तस्वीरें ट्विटर पर साझा करते हुए उन्होंने लिखा- धर्मो रक्षति रक्षितः सरकार सुन लें! छत्तीसगढ़ में यदि धर्मांतरण बंद नहीं हुआ तो भारतीय जनता पार्टी ईंट से ईंट बजा देगी। सरकारी संरक्षण में जो धर्म परिवर्तन का खेल चल रहा है उसे रोकने भाजपा का कार्यकर्ता चाहे पानी गिरे या आग बरसे डिगने या हटने वाला नहीं है।
कांग्रेस ने मजाक में उड़ा दी बात
इस ट्वीट को री ट्वीट करते हुए कांग्रेस के आधिकारिक ट्वीटर हैंडल से मजाकिया लहजे में जवाब दिया गया। कांग्रेस की तरफ से डॉ रमन के ट्वीट पर जवाब में लिख दिया गया- पहले व्यक्ति हैं रमन सिंह, जो भीगने के बाद छाते के नीचे आ जाते हैं। कांग्रेस ने हैशटैग करते हुए लिखा नौटंकी, फोटोशूट।
क्यों बरपा है धर्मांतरण पर हंगामा
धर्मांतरण के मामले में भाजपा का दावा है कि बस्तर, सरगुजा और रायपुर जैसे इलाकों में ईसाई मिशनरीज पैसों का लालच देकर लोगों का धर्म बदल रहे हैं। ऐसा करने वालों को सरकार समर्थन दे रही है। एक सप्ताह पहले रविवार के ही दिन रायपुर के पुरानी बस्ती थाने में धर्मांतरण रोकने की शिकायत लेकर थाने पहुंचे भाजपा, बजरंग दल के युवकों ने थाने आए पादरी को जूते से पीट दिया था। दो युवक इस मामले में गिरफ्तार कर लिए गए।
राजभवन में भाजपा नेता।
भाजपा का आरोप है कि जिन पादरियों के खिलाफ धर्मांतरण की शिकायत की जा रही थी उन पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। शनिवार को शांति मार्च लेकर भाजपा नेता राज्यपाल से मिले और धर्मांतरण की घटनाओं पर रोक लगवाने की मांग की है। माना जा रहा है कि आने वाले चुनावों में भाजपा इस मुद्दे के साथ भी अपना सियासी गेम खेलेगी। दूसरी तरफ कांग्रेस ने धर्मांतरण को शह देने के हर आरोप को झूठा और भाजपा के पास मुद्दों की कमी करार दिया है।