Friday, April 19, 2024
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मामला सर्वमंगला चौकी अंतर्गत बरमपुर रेत घाट: छत्तीसगढ़ क्रांति सेना(छक्रांसे)चला रही अवैध रेत उत्खनन के खिलाफ अभियान; रेत माफियाओं के लोगों ने की छक्रांसे के जिला उपाध्यक्ष व एक अन्य की जमकर धुनाई..सुचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस…

एनजीटी के निर्देश पर बारिश के सीजन में 11 जुलाई से 15 अक्टूबर तक नदी-नाला से रेत उत्खनन पर प्रतिबंध लगा है। लेकिन दूसरी ओर जिले के शहरी क्षेत्र में रेत की डिमांड ज्यादा और खनिज विभाग सुस्त है। इस कारण इस सीजन में रेत माफिया सक्रिय है। जो खुलेआम नदी-नालों से रेत का अवैध उत्खनन व परिवहन कर रहे हैं। वे खुलेआम गुंडागर्दी करने लगे हैं और शहरी क्षेत्र में लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति बिगड़ने लगी है। वहीं छत्तीसगढ़ क्रांति सेना (छक्रांसे) अवैध रेत उत्खनन के खिलाफ अभियान चला रही है। इस वजह से रेत माफियाओं के साथ टकराव हो रही है। गुरुवार की रात कुसमुंडा थाना क्षेत्र के सर्वमंगला चौकी अंतर्गत बरमपुर रेत घाट पहुंचे छक्रांसे के जिला उपाध्यक्ष रणवीर आदिले व समय लाल पटेल को रेत माफियाओं ने 15-20 लोगों के साथ मिलकर जमकर पीटा। घटना की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस आदिले व पटेल को सर्वमंगला चौकी ले गई। बाद में वहां पहुंचकर कादिर खान व सुनील गुप्ता ने आदिले व पटेल पर मारपीट करने की शिकायत की। छक्रांस ने कलेक्टोरेट पहुंचकर घटना की शिकायत प्रशासन से की है।

कार्रवाई नहीं होने से कभी भी हो सकती है बड़ी घटना
शहर में रेत माफियाओं ने सिंडिकेट बनाकर हसदेव नदी, अहिरन नदी व ढेंगुरनाला में अलग-अलग अवैध घाट बना लिया है। जहां अंधेरा होते ही ट्रैक्टर-ट्राली लगाकर रातभर रेत निकालकर बेचते हैं। खनिज विभाग की टीम सब जानते हुए भी कार्रवाई करने में पीछे रहती है। रात में रेत माफिया व उनके लोग घाट पर हथियार व डंडे से लैस रहते हैं। रोकने पर वे लोग मारपीट करते हैं। कभी भी बड़ी घटना हो सकती है।

बिना नंबर के चलते हैं ट्रैक्टर-ट्राॅली
प्रतिबंध के दौरान अवैध रूप से नदी-नाला से रेत निकालकर बेचने का मामला सीधे चोरी का बनता है लेकिन खनिज विभाग ऐसे मामले पकड़े जाने के बाद महज जुर्माना की कार्रवाई करके छोड़ देता है। एक ट्रैक्टर-ट्राली रेत बेचकर माफिया 4 हजार रुपए कमा लेते हैं और कभी-कभार पकड़ाने पर इसकी तुलना में बेहद कम रकम जुर्माना के तौर पर पटाना पड़ता है। रेत माफियाओं द्वारा रेत चोरी के लिए बिना नंबर के ट्रैक्टर व ट्राली का उपयोग किया जाता है। इसके बाद भी उनपर कड़ी कार्रवाई नहीं की जाती है।

कार्रवाई नहीं होने पर करेंगे प्रदर्शन
छक्रांस के प्रदेश मंत्री दिलीप मिरी ने कहा कि अवैध रेत उत्खनन के खिलाफ गुरुवार की रात सेना के जिला उपाध्यक्ष रणवीर आदिले अन्य सदस्यों के साथ बरमपुर अहिरन नदी पहुंचे थे। जहां 20-25 ट्रैक्टर में अवैध रेत परिवहन चल रहा था। ट्रैक्टर ड्राइवरों से रोककर पूछने पर रेत माफियाओं व उनके लोगों ने मारपीट की। माफिया कादिर खान व सुनील गुप्ता अपने गुंडो के साथ सर्वमंगला चौकी पहुंचकर झूठी रिपोर्ट लिखाने का दबाव बनाने लगे। अवैध कारोबार के खिलाफ 1 सप्ताह के भीतर कड़ी कार्रवाई नहीं होने पर कलेक्टोरेट के सामने प्रदर्शन करेंगे।

अवैध रेत उत्खनन पर होगी कड़ी कार्रवाई
खनिज विकास निगम के अध्यक्ष गिरीश देवांगन के मुताबिक छत्तीसगढ़ में 15 अक्टूबर तक रेत घाट बंद रखने की व्यवस्था है। कुछ स्थानों पर अवैध रेत उत्खनन को लेकर मारपीट की घटनाएं निकलकर सामने आ रही हैं। ऐसे घटनाएं दाेबारा न हो इसके लिए इन तमाम घटनाओं की रिपोर्ट मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को सौंपी जाएगी। अवैध रेत उत्खनन पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

उड़नदस्ता गठित, की जा रही है कार्रवाई
जिला खनिज अधिकारी एसएस नाग के मुताबिक रेत उत्खनन पर प्रतिबंध लगा है। नदी-नाला से होने वाले अवैध रेत उत्खनन की सूचना पर चालानी कार्रवाई की जाती है। जिला प्रशासन ने अवैध उत्खनन व परिवहन पर रोक लगाने के लिए नया उड़नदस्ता की टीम का गठन किया है। जिसके माध्यम से कार्रवाई की जा रही है।

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