Tuesday, April 30, 2024
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रायपुर में फैलता ठगों का मायाजाल: मोबाइल टॉवर लगाने का झांसा देकर खाते में जमा करवाते रहे रुपए, कहीं, नौकरी लगाने के लिए रिश्वत मांगकर ठग ली पूरी कमाई, लगातार बढ़ रहे हैं मामले…

रायपुर/ छत्तीसगढ़ में ठगी की घटनाओं की बाढ़ सी आती दिख रही है। ठग गिरोह अलग-अलग तरीकों से लोगों को चूना लगा रहे हैं। रायपुर के थानों में दो अलग-अलग मामलों में 12 लाख से अधिक की ठगी की शिकायत आई है। शिवानंद नगर की एक महिला से ठगों ने घर पर मोबाइल टॉवर लगाने के नाम पर ठगी की तो भिलाई के व्यक्ति को नौकरी लगाने के नाम पर ठगी का शिकार बनाया गया।

खमतराई पुलिस रिपोर्ट के मुताबिक शिवानंद नगर सेक्टर-3 निवार टीएस नारायण की पत्नी, टी नागमणि ने बताया, 17 मार्च को उनके पास एक व्यक्ति का फोन आया था। उसने खुद को राहुल सिंह बताया। उसने उनसे घर में जिओ का मोबाइल टॉवर लगाने के बारे में पूछा। वे टॉवर लगवाने के लिए तैयार हो गईं तो उसने एक दूसरे व्यक्ति आदित्य शर्मा का नंबर दिया। 20 मार्च को आदित्य शर्मा का फोन आया। उसने कहा, टॉवर लाइसेंस के लिए 15 हजार 450 रुपए देना होगा। महिला ने उसके बताए खाता नंबर 40015555040 में पैसा जमा कर दिया। उसके बाद एक और फोन आया और उसने लाइसेंस जैसा कुछ बनाकर महिला के मोबाइल पर भेज दिया। 25 मार्च को आदित्य ने फिर फोन किया। इस बार टॉवर का सामान लेने के लिए 35 हजार 792रुपए मांगे। महिला ने हितेश रमेश शिन्दे नाम से पंजीकृत खाता नंबर 40036076470 मे यह पैसा भी जमा कर दिया।

31 मार्च को फिर उसका फोन आया। इस बार एंटी पल्यूशन लायसेंस के लिए 2 लाख 50हजार रुपए की मांग की। महिला ने ऑनलाईन ट्रांसफर से सोनू अशोक राठौर के खाता नंबर 40036080272 में वह पैसा भी जमा किया। बात यहीं खत्म नहीं हुई। 6 अप्रैल को फिर पैसे की डिमांड आई। इस बार महिला ने 1 लाख 50हजार रुपए स्नेहा एस पटनकर के खाता नंबर 40052560815 में जमा कराए गए। उसके बाद भी पैसे की मांग खत्म नहीं हुई तो महिला झुंझला उठी। उसने कहा, उसे कोई टॉवर नहीं लगवाना है। उसके अब तक दिए हुए पैसे वापस कर दिए जाएं। ठगों ने कैंसिलेशन चार्ज के नाम पर भी 62 हजार 600रुपए जमा कराने को कहा। महिला ने राजू इजाक के खाता नंबर 597210110001709 में वह रुपया भी जमा कर दिया। उसके बाद से महिला के संपर्क में आए ठगों ने फोन उठाना बंद कर दिया। बार-बार फोन कर परेशान हो चुकी महिला को ठगे जाने का अहसास अब हुआ है। उसने थाने में 5 लाख 13 हजार 842रुपए की धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया है। पुलिस ने मामले में छानबीन शुरू कर दिया है।

सरकारी नौकरी के लालच में कर्ज लेकर ठग को दे आए

भिलाई के सुपेला स्थित शिवाजी मार्ग में रहने वाले विशाल कात्रुजवार सरकारी नौकरी की लालच में ठगी के शिकार हो गए। उन्होंने ठगी का आरोप रायपुर की एक महिला नेहा साल्वे पर लगाया है। विशाल ने रायपुर के पुरानी बस्ती थाने में दर्ज कराई एफआईआर में बताया है, वे एक निजी कंपनी में नेहरू नगर भिलाई ब्रांच के इंचार्ज हैं। उनकी ससुराल से पता चला था कि रायपुर की नेहा साल्वे सरकारी नौकरी लगवाती हैं। ससुराल से मिले नंबर से उन्होंने फरवरी 2020 में नेहा से बात की। उसने रेलवे में टीसी बनाने के नाम पर 3 लाख 50 हजार रुपए लगने की बात कही। तत्काल में प्रोसेस के लिए 1 लाख 20 हजार रुपए मांगे। 26 फरवरी 2020 को विशाल और उनकी सास पैसे लेकर रायपुर स्टेशन आए और शैक्षणिक प्रमाणपत्रों और फोटाेग्राफ आदि के साथ रकम भी नेहा को दे गए। करीब एक महीने बाद नेहा ने विशाल को फोन कर कहा, अधिकारी लोग नहीं मान रहे हैं तत्काल एक लाख 10 हजार रुपए देने हाेंगे। विशाल ने बजाज फाइनेंस से पर्सनल लोन लेकर 21 मार्च को वह रकम नेहा को दिया। विशाल के मुताबिक नेहा साल्वे ने बताया, उनका जॉइनिंग लेटर आ गया है। इसके लिए भी 20 हजार रुपए देने होंगे। विशाल ने नेहा के किराए के मकान में जाकर वह रुपए दिए। दिसंबर 2020 में टोकनमनी के नाम से 30 हजार रुपए मांगे गए। वह भी विशाल ने दे दिया।

पत्नी की नौकरी का भी झांसा दे दिया

आसानी से रुपए मिलते जाने से उत्साहित नेहा ने विशाल की पत्नी की नौकरी लगाने का प्रस्ताव दे दिया। कहा, शिक्षकों की भर्ती हो रही है। एक लाख 80 हजार रुपए दे दो तो उसको शिक्षक बना देंगे। विशाल ने अपने ससुर से पैसे लिए और रायपुर आकर बंजारी वाले बाबा दरगाह के अंदर नेहा साल्वे को दे दिए। 23 अक्टूबर 2020 को नेहा साल्वे ने कहा, अधिकारी लोग आपके काम के लिए पुणे जा रहे हैं। उनको आज के आज 70 हजार रुपए देने पड़ेंगे। विशाल ने उस दिन वह रुपए भी रायपुर आकर दे दिए।

माइन में नौकरी बताकर ट्रेनिंग के लिए भी बुला लिया

विशाल कात्रुजवार के मुताबिक नेहा साल्वे ने फरवरी 2021 में उनसे कहा, रेलवे में आपकी नौकरी नहीं हो पा रही है। माईंस में ऑफिस वर्क की नौकरी लगवा देती हूं । उसने उन्हें 09 फरवरी को ट्रेनिंग के लिए डगनिया के बम्लेश्वरी मंदिर के पास बुला लिया। विशाल अपनी पत्नी सपना के साथ डगनिया आए तो एक खाली दुकान थी। इसमें पूर्णेश सोनेकर, मधु निर्मलकर, सुधा अग्रवाल, सुमन देवांगन जैसे लोग मिले। उनसे पता चला कि उन सभी से नेहा साल्वे नौकरी लगाने के नाम पर रुपए लेकर घुमा रही है।

ठगी का एहसास हुआ तो रुपए मांगने पहुंचे, विवाद हुआ

एक साल से अधिक चली ठगी प्रक्रिया में पीड़ित को ठगे जाने का एहसास अब जाकर हुआ है। विशाल और उसकी पत्नी 22 जुलाई को नेहा के प्रोफेसर कॉलोनी स्थित किराए के घर पर पहुंचे। दोनों ने अब तक दिए 5 लाख 30 हजार रुपयों की मांग की। ऐसे में वहां विवाद हो गया। शिकायतकर्ता का कहना है कि नेहा ने उनसे कहा, जब मेरे पास पैसा होगा तब दूंगी। उसके बाद मामला थाने पहुंचा है।

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