Tuesday, April 23, 2024
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हाथरस गैंगरेप: भाजपा सांसद मोहन मंडावी ने हाथरस पर दिया असंवेदनशील बयान; कहा गैंगरेप की घटना बनावटी..कांग्रेस ने किया पलटवार बोले भाजपा की मानसिकता उजागर…

रायपुर 12 अक्टूबर 2020। रेप जैसे संवेदनशील मुद्दे पर नेताओं का जिस तरह से असंवेदनशील बयान आना जारी है। पहले मंत्री शिव डहरिया ने बलरामपुर की रेप की घटना को छोटी घटना बताया था…अब भाजपा सांसद मोहन मंडावी ने हाथरस की गैंगरेप की घटना को बनावटी बता दिया है। दरअसल कोंडागांव में गैंगरेप की घटना पर बीजेपी का विरोध प्रदर्शन चल रहा है। इसी प्रदर्शन में शामिल होने के लिए कांकेर सांसद मोहन मंडावी पहुंचे थे।

संबोधन के दौरान मोहन मंडावी कांग्रेस को कोसते-कोसते अपनी मर्यादा भूल बैठे, उन्होंने हाथरस की घटना को बनावटी और कांग्रेसियों को बनावटी धरना देने वाला बना दिया । दरअसल हाथरस की घटना को लेकर सवाल उठे हैं, आरोपी पक्ष ने इसे मनगढ़ंत घटना जरूर बताया है, लेकिन अभी तक इस मामले में कोई निर्णय नहीं आया है कि वाकई में गैंगरेप की घटना की हकीकत क्या है, लेकिन इसी बीच मोहन मंडावी ने खुद ही जजमेंट देते हुए जिस तरह से हाथरस की गैंगरेप की घटना को बनावटी बता दिया, वो बेहद शर्मनाक है।

मोहन मंडावी ने कहा कि

“हाथरस में किसी पर कोई अत्याचार नहीं हुआ है, लेकिन वहां की घटना को बनावटी बनाकर, अत्याचार बताकर के कांग्रेस के बड़े-बड़े लीडर वहां पहुंच रहे हैं, जिसका अस्तित्व खत्म हो गया है, हम तो पेपर में ही पढ़े हैं कि हाथरस की घटना बनावटी घटना है, ये हकीकत की घटना है, इसके लिए हम धरना बैठ रहे हैं, बनावटी के लिए नहीं बैठ रहे हैं और वो कांग्रेस वाले जहां बनावटी होता है, वहां धरने पर बैठते हैं”

भाजपा सांसद के बयान पर कांग्रेस प्रवक्ता आरपी सिंह ने तीखा पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि

“महिला अस्मिता, मर्यादा की दुहाई देने वाली पार्टी के नेताओं का यही स्तर है। भाजपा सांसद का गैंगरेप जैसी घटना पर बेतुका बयान उनकी घटिया मानसिकता को दर्शाता है। भाजपा को तत्काल सांसद के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिये और सांसद को अपने इस बयान के लिए तुरंत माफी मांगनी चाहिये”

आपको बता दें कि कोंडागांव के धनोरा में एक युवती के साथ गैंगरेप की घटना हुई थी, जिसके बाद पीड़िता ने खुदकुशी कर ली थी। घटना के दो महीने बाद भी आरोपी गिरफ्तार नहीं किये जा सके थे, दो महीने बाद जब आरोपी के पिता ने सुसाइड की कोशिश की, तब जाकर प्रशासन हरकत में आया और आरोपियों की गिरफ्तारी शुरू हुई।
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