रायपुर: रायपुर के पुलिस लाइन मैदान से आज स्वामी आत्मानंद मेधावी छात्र प्रोत्साहन योजना के तहत छत्तीसगढ़ के विशेष पिछड़ी जनजाति के 10 विद्यार्थियों ने हेलीकॉप्टर जॉयराइड का आनंद लिया। जिसमें कक्षा दसवीं के 5 छात्र और कक्षा बारहवीं के 5 छात्र शामिल हैं। यह विद्यार्थी ऐसे क्षेत्रों से आए हैं जहां पर मूलभूत सुविधाओं के लिए लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था। लेकिन मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की पहल पर आज ये बच्चे सपनों के पंख लगाकर आसमान की सैर कर रहे हैं।
विशेष पिछड़ी जनजाति की गायत्री धनुषधारी, कक्षा बारहवीं की छात्रा है। उसने 85.02% के साथ परीक्षा प्रथम की है। गायत्री अमरतरा हायर सेकेंडरी स्कूल की छात्रा है। गायत्री ने बताया कि हेलीकॉप्टर में बैठकर सपना सच होने जैसा लग रहा। मैं इस पल को कभी नहीं भूलूंगी। मेरा पूरा परिवार बहुत खुश है। आज मुख्यमंत्री जी की वजह से मुझे यह मौका मिला मैं बहुत खुश हूं। मैं नीट की तैयारी करके डॉक्टर बनना चाहती हूं।
गायत्री गरियाबंद जिले के ग्राम तेरेंगा में रहती है, माता-पिता दोनों किसान हैं, गायत्री ने बताया कि हमारे परिवार को शासकीय योजनाओं का लाभ मिलता है, उससे बहुत मदद होती है।
कक्षा दसवीं की छात्रा एन कुमारी बैगा 88.16% अंक के साथ प्रथम आई है। एन कुमारी स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी विद्यालय, बोड़ला की छात्रा हैं। एन कुमारी कबीरधाम जिले के गांव मन्नाबेदी से हैं। हॉस्टल में रहकर पढ़ाई करती है। एन कुमारी ने बताया कि हम पांच बहन एक भाई हैं। माँ गांव के ही प्राइमरी स्कूल में रसोइया का काम करती हैं। मेरा पूरा परिवार बहुत ख़ुश है। मेरी दीदी मुझे यहां लेकर आई है। मैं नीट की तैयारी करके डॉक्टर बनना चाहती हूं। एन कुमारी ने बताया कि आज मुझसे मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम जी ने बात की और शाबासी दी, उन्होंने कहा कि तुम सभी से आज मुख्यमंत्री जी भी मिलेंगे। हेलीकॉप्टर जॉयराइड को लेकर अपना एक्सपीरियंस बताते हुए एन कुमारी ने कहा कि आज का दिन मैं कभी नहीं भूलूंगी। हम विशेष पिछड़ी जनजाति के हैं, मैं चाहती हूं कि हमारा समाज इसी तरह से आगे बढ़े।
उल्लेखनीय है कि आसमान छूने की ख्वाहिश रखने वाले बच्चों के जॉयराइड का हवाई रास्ता उस समय खुल गया, जब मुख्यमंत्री प्रतापपुर विधानसभा क्षेत्र के रघुनाथ नगर में भेंट मुलाकात कार्यक्रम में पहुंचे। यहां स्वामी आत्मानंद स्कूल की एक छात्रा स्मृति ने मुख्यमंत्री से हेलीकाप्टर में बैठने की इच्छा प्रकट की। मुख्यमंत्री ने कहा कि जब तुम बारहवीं में टाप करोगी तब तुम्हें हेलीकाप्टर में बिठाएंगे। स्मृति ने उसी दिन बैठने की इच्छा मुख्यमंत्री से जाहिर की और इस बच्ची की खुशी के लिए मुख्यमंत्री ने तुरंत ही उसे जाय राइड कराने निर्देशित किया। मुख्यमंत्री ने दसवीं और बारहवीं में प्रावीण्य सूची में आए विद्यार्थियों को हेलीकाप्टर में सैर कराने की घोषणा भी की।