Tuesday, September 16, 2025

हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश से 109 लोगों की मौत, 818 करोड़ का नुकसान, अमरनाथ रूट पर लैंडस्लाइड, 1 की मौत; MP के मऊगंज में बाढ़ से पलायन

नई दिल्ली: हिमाचल प्रदेश में 20 जून से अब तक 109 लोगों की मौत हो चुकी है। साथ ही भारी बारिश और बादल फटने जैसी घटनाओं से 818 करोड़ रुपए की सरकारी और निजी संपत्ति का नुकसान हो चुका है।

जम्मू-कश्मीर में लगातार हो रही बारिश की वजह से बुधवार को अमरनाथ यात्रा रूट पर लैंडस्लाइड हुई। गंदेरबल जिले में बालटाल मार्ग पर हुए भूस्खलन में एक महिला तीर्थयात्री की मौत हो गई, जबकि तीन घायल हो गए। यात्रा गुरुवार को दिनभर के रोक दी गई है।

मध्य प्रदेश के मऊगंज जिले में लगातार बारिश की वजह से ग्रामीण इलाकों में बाढ़ जैसे हालात हैं। लोग सामान लेकर सुरक्षित स्थान की ओर जा रहे हैं। वहीं, बिहार के अलग-अलग जिलों में बुधवार को बिजली गिरने से 20 लोगों की मौत हो गई। हालांकि, राज्य में इस सीजन में औसत से 46% कम बारिश हुई है।

राज्यों से मौसम की तस्वीरें…

जम्मू-कश्मीर में बुधवार को अमरनाथ यात्रा रूट पर हुई लैंडस्लाइड में 1 महिला की मौत हो गई, जबकि 3 लोग घायल हो गए।

जम्मू-कश्मीर में बुधवार को अमरनाथ यात्रा रूट पर हुई लैंडस्लाइड में 1 महिला की मौत हो गई, जबकि 3 लोग घायल हो गए।

बिहार के बोधगया में निरंजना नदी उफान पर है।

बिहार के बोधगया में निरंजना नदी उफान पर है।

झारखंड के पलामू में कोयल नदी का जलस्तर बढ़ा, कई इलाकों में पानी भरा।

झारखंड के पलामू में कोयल नदी का जलस्तर बढ़ा, कई इलाकों में पानी भरा।

प्रयागराज में गंगा उफान पर है। नदी का पानी किनारे से कई फीट ऊपर मौजूद मुख्य सड़क तक पहुंचा।

प्रयागराज में गंगा उफान पर है। नदी का पानी किनारे से कई फीट ऊपर मौजूद मुख्य सड़क तक पहुंचा।

वाराणसी में गंगा नदी उफान पर है। सभी 84 घाट डूबे हैं।

वाराणसी में गंगा नदी उफान पर है। सभी 84 घाट डूबे हैं।

सोनभद्र के कनहर बांध का जलस्तर 256 मीटर तक पहुंच गया है। इसके चलते बांध के चार गेट खोलकर 1200 क्यूसेक पानी छोड़ा गया।

सोनभद्र के कनहर बांध का जलस्तर 256 मीटर तक पहुंच गया है। इसके चलते बांध के चार गेट खोलकर 1200 क्यूसेक पानी छोड़ा गया।

अमरनाथ यात्रा रुकी, अब-तक 2.47 लाख तीर्थयात्री दर्शन कर चुके

जम्मू-कश्मीर में भारी बारिश की चेतावनी के बाद अमरनाथ यात्रा गुरुवार को दिनभर के लिए रोक दी गई। पिछले कुछ दिनों से हो रही लगातार बारिश की वजह से पटरियों की तुरंत मरम्मत किए जाने की जरूरत है।

इस वजह से फैसला किया गया है कि आज दोनों रूटों पर किसी भी प्रकार की आवाजाही की अनुमति नहीं दी जाएगी। हालांकि, पंचतरणी कैंप में रुके यात्रियों को BRO और पर्वतीय बचाव दलों के साथ बालटाल की ओर जाने की अनुमति दी जा रही है।

कश्मीर के डिविजनल कमिश्नर ने बताया कि दिन में मौसम की स्थिति के आधार पर शुक्रवार से यात्रा फिर शुरू होगी। अब तक 2.47 लाख तीर्थयात्री पवित्र गुफा के दर्शन कर चुके हैं।



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