रायगढ़// रायगढ़ में 4 दिन पहले पालीघाट सेल्फी पॉइंट पर 2 युवकों के शव मिले थे। अब इस केस में बड़ा खुलासा हुआ है। इस मामले में पुलिस ने 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। जबकि 3 आरोपी फरार हैं। इन लोगों ने पाना मानकर दोनों की हत्या की थी। मृतक ड्राइवर थे। जिनसे ट्रेलर लूटने के चक्कर में इस वारदात को अंजाम दिया गया। मामला तमनार थाना क्षेत्र का है।
रायगढ़ पुलिस अधीक्षक सदानंद कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मीडियाकर्मियों को दी घटना की जानकारी।
आरोपियों में मनोज साहू ढिमरापुर चौक जगतपुर, अजय साव औरदा थाना पुसौर, आकाश कहरा निवासी छोटे कोनी बिलासपुर, जुनैल खान मौदहापारा, राकेश खुंटे ग्राम औरदा शामिल हैं, जिन्हें पुलिस ने गुरुवार को गिरफ्तार किया है। मामले में 3 आरोपी अजय यादव, नंदू लहरे और जयनंद साहू फरार हैं, जिनकी सरगर्मी से तलाश की जा रही है। आरोपियों के खिलाफ IPC की धारा 302, 201, 120बी और 34 के तहत केस दर्ज किया गया है।
आरोपियों के पास से हत्या में प्रयुक्त लोहे की रॉड, चाकू और अन्य सामान बरामद किए गए हैं।
सेल्फी पॉइंट के पास मिली थी लाशें
SP सदानंद कुमार ने बताया कि 20 मार्च को रायगढ़-ओडिशा मार्ग पर तमनार थाना क्षेत्र के पालीघाट सेल्फी पॉइंट के पास दो अज्ञात लोगों के शव मिले थे। सूचना मिलने पर थाना प्रभारी तमनार निरीक्षक प्रवीण मिंज अपने स्टाफ और फॉरेंसिक टीम के साथ मौके पर पहुंचे। दोनों के शवों को देखकर ही साफ हो गया कि मामला हत्या का है। इसके बाद तमनार पुलिस और साइबर सेल की टीम अज्ञात आरोपियों की तलाश में जुट गई।
पुलिस ने शवों की शिनाख्त के लिए आसपास के जिलों के अधिकारियों से संपर्क किया। इस दौरान सोशल मीडिया पर मृतकों की फोटो और वीडियो शेयर करने पर उनकी पहचान हुई। मृतक के छोटे भाई शवेंद्र ओझा निवासी प्रतापपुर (उत्तर प्रदेश) ने अपने भाई के शव की शिनाख्त की। उसने रायगढ़ केजीएच अस्पताल आकर एक मृतक की शिनाख्त उसके बड़े भाई प्रवीण ओझा (35 साल) निवासी पटटियाकला थाना फतनपुर, प्रतापगढ़ (यूपी) के रूप में की।
आरोपियों ने दोनों ट्रेलर को अलग-अलग स्थानों ओडिशा रोड और कोडातराई के पास खड़ा कर दिया था।
मृतक के भाई शवेंद्र ओझा ने बताया कि 15 मार्च से उसका भाई प्रवीण ओझा और उसका साथी ड्राइवर पवन उपाध्याय रायगढ़ से लापता हैं। उनका मोबाइल भी स्विच ऑफ बता रहा है। जिसके बाद से परिवार वाले चिंतित हैं। उसने बताया कि भाई और उसके साथी को ढूंढने के लिए वो अपने साथियों के साथ रायगढ़ आया, जहां घटना का पता चला। तब जाकर वो अस्पताल में रखे शव की शिनाख्त के लिए पहुंचा, जहां उसने अपने भाई की शिनाख्त की।
पुलिस ने दोनों ट्रेलर को बरामद कर जब्त कर लिया था।
प्रवीण ओझा के साथ दूसरे शव की शिनाख्त पवन उपाध्याय (38 साल) निवासी कलातुलसी थाना कोरनवा भदोही, जिला इलाहाबाद (यूपी) का होना पता चला। एसपी ने बताया कि मारे गए दोनों ड्राइवर जिस कंपनी की गाड़ी चलाते थे, दो आरोपी उसी कंपनी में पहले काम कर चुके हैं। आरोपियों ने ट्रेलर लूटने की नीयत से दोनों ड्राइवर की हत्या की। शव को लगभग 40 किलोमीटर दूर पालीघाट की पहाड़ियों में फेंका, ताकि पुलिस को गुमराह किया जा सके।
हालांकि ट्रेलर की कटिंग या बेचने से पहले ही पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की। पुलिस ने 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर इनके पास से हत्या में इस्तेमाल लोहे की रॉड, चाकू और अन्य सामान बरामद किए हैं। पुलिस 3 फरार आरोपियों की तलाश में भी जुट गई है।
जानें वारदात के दिन क्या-क्या हुआ था?
बलौदाबाजार के बालाजी ट्रांसपोर्ट के दो ट्रेलर बड़बिल ओडिशा से आयरन ओर लेकर नहरपाली जेएसडब्ल्यू (पहले मोनेट) प्लांट के लिए निकले थे। 14 मार्च को उत्तरप्रदेश प्रतापगढ़ का प्रवीण ओझा और 13 को भदोही (यूपी) का पवन उपाध्याय ट्रेलर लेकर प्लांट पहुंचे और 15 मार्च को गाड़ी अनलोड की। शाम 6 बजे तक ये लोग मोनेट के आसपास ही थे। इसके बाद गाड़ियों के जीपीएस के साथ ड्राइवरों को मोबाइल भी बंद हो गया।
गाड़ियां अनलोड करने के बाद 15 मार्च को जब प्रवीण और पवन नहरपाली के कोलकाता ढाबा पहुंचे, तो मनोज, अजय साव, अजय यादव और आकाश कहरा ने दोनों को अतिरिक्त काम दिलाने का झांसा दिया और ट्रेलर के साथ नहरपाली में सुनसान इलाके में आ गए। यहां आरोपियों ने खाना बनाया, प्रवीण और पवन के साथ पहले शराब पी, फिर खाना खाया। इसके बाद आरोपियों ने प्रवीण पर पाना से जानलेवा वार कर केबिन के भीतर हत्या की। इसके बाद दूसरे ट्रेलर में बैठे पवन के पास पहुंचे। उसे नीचे उतारा और उसी औजार से उसकी भी हत्या कर दी।
हत्या के बाद आरोपियों ने ट्रेलर का जीपीएस अलग किया और शव को केबिन में रखकर चंद्रपुर रोड गए। यहां उन्होंने सबसे पहले डीजल बेचा। फिर ट्रेलर को लाकर रात में दो अलग-अलग स्थानों ओडिशा रोड और कोडातराई के पास खड़ा कर दिया। शव केबिन में ही रखे रहे। रात को बाइक पर बैठकर आकाश कहरा के घर पर जाकर सो गए।
अगले दिन रेकी करने के बाद रात करीब 11-12 बजे शवों वाले ट्रेलर को पोहामिल पटेलपाली के पास लेकर गए। यहां मनोज के साथ बाकी तीन लोगों ने ट्रेलर का डाला इंजन वाले हिस्से से अलग किया। पालीघाट मेन रोड सेल्फी पाइंट के पास वाहन रोक दोनों शवों को रोड किनारे जंगल में फेंक दिया और लौटकर जुनैल और नंदू लहरे, जयनंद साहू खरसिया से बातकर गाड़ी कटवाने की व्यवस्था करने कहा। यहां आरोपियों का साथ दे रहे राकेश खूंटे ने देवरघटा में ट्रेलर खड़ा कराया। पुलिस ने ट्रेलर यहां से जब्त किया।