Thursday, March 28, 2024
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कांकेर में पति-पत्नी समेत 3 लोग कोरोना पॉजिटिव: केरल से लौटा था परिवार, स्वास्थ्य विभाग अलर्ट, संपर्क में आए लोगों की लिस्टिंग…

कांकेर// बस्तर संभाह में एक बार फिर कोरोना की एंट्री हुई है। कांकेर शहर में पति-पत्नी कोविड पॉजिटिव पाए गए हैं, वहीं कोयलीबेड़ा ब्लॉक में भी एक पॉजिटिव केस मिला है। जिला स्वास्थ्य अधिकारी अविनाश खरे ने इसकी पुष्टि की है।

बताया जा रहा है कि कांकेर शहर का रहने वाला एक परिवार केरल से लौटा है, जिसके बाद तबियत बिगड़ने के बाद पति-पत्नी की कोरोना जांच की गई, जिसमें वे पॉजिटिव पाए गए हैं। जिले में फिर से कोरोना की दस्तक से स्वास्थ्य अमला अलर्ट मोड पर है। कोरोना पॉजिटिव तीनों व्यक्तियों के संपर्क में आए लोगों की लिस्टिंग की जा रही है। तीनों पॉजिटिव केस पर स्वास्थ्य विभाग की नजर है।

कोरोना के मरीज फिर से बढ़ रहे हैं।

कोरोना के मरीज फिर से बढ़ रहे हैं।

फिलहाल तीनों कोविड 19 पॉजिटिव लोगों की स्थिति सामान्य बताई जा रही है और वे घर पर ही आइसोलेट होकर इलाज करवा रहे हैं। छत्तीसगढ़ में फिर से कोरोना के मामले बढ़ने लगे हैं, लेकिन स्वास्थ्य विभाग अभी भी इसके लिए तैयार नहीं है। छत्तीसगढ़ में अभी भी उदासीनता बरती जा रही है। बिलासपुर में पिछले हफ्ते 42 वर्षीय महिला की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग ने सभी जिलों में टेस्टिंग और ट्रेसिंग बढ़ाने का दावा किया है, लेकिन अभी भी बंद सेंटर नहीं शुरू किए गए हैं।

अस्पतालों में मरीजों की नहीं हो रही कोरोना जांच, लोग कोरोना गाइडलाइन का भी नहीं कर रहे पालन।

अस्पतालों में मरीजों की नहीं हो रही कोरोना जांच, लोग कोरोना गाइडलाइन का भी नहीं कर रहे पालन।

केंद्र का निर्देश- सभी राज्य कोरोना टेस्टिंग बढ़ाएं

कोरोना की पिछली दो लहरों को देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश को लेटर लिखा है। उन्होंने राज्यों से कोरोना टेस्टिंग बढ़ाने और हालात पर नजर रखने को कहा है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय और ICMR की जॉइंट एडवाइजरी के मुताबिक, 10 और 11 अप्रैल को पूरे देशभर में मॉक ड्रिल की योजना बनाई जा रही है। इस दौरान सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में तैयारियों का जायजा लिया जाएगा।

छत्तीसगढ़ में 3 माह बाद मिले नए केस, पिछले हफ्ते महिला की हुई मौत

जिले में पिछले तीन माह से कोरोना के एक भी मरीज नहीं मिले थे। इसके चलते स्वास्थ्य विभाग का अमला भी निश्चिंत हो गया था। लेकिन, हकीकत यह है कि तीन माह से कोरोना की जांच ही नहीं की जा रही थी। यहां तक कि सिम्स में पिछले 6-7 महीने से वायरोलॉजी लैब बिना स्टाफ के चल रहा है। फिर भी अधिकारियों का यहां कोई ध्यान ही नहीं है।

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