रायपुर: देशभर में कोरोना के मामले एक बार फिर से बढ़ने लगे है। इसका असर छत्तीसगढ़ में भी लगातार देखने को मिल रहा है। पिछले 24 घंटों में प्रदेश में 48 नए केस मिले हैं। जिसके बाद एक्टिव मरीजों की संख्या 190 हो गई है। बिलासपुर में एक मरीज की मौत हो गई है। रायपुर में सबसे ज्यादा 55 एक्टिव केस हैं।
प्रदेश में 975 सैंपलों की जांच की गई, जिनमें 48 मरीजों की पुष्टि हुई है। कोरोना के बढ़ रहे आंकड़ों ने स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ा दी है। अप्रैल के पहले दिन से लगातार केस बढ़ रहे हैं।
8 अलग-अलग जिलों में कोरोना संक्रमित मिले हैं। जबकि अन्य जिलों में कोई नया केस नहीं नहीं है।
अब जान लेते हैं कहां कितने मरीज मिले…
मंगलवार यानि 4 अप्रैल को रायपुर में 9 और दुर्ग में18 नए केस मिले हैं। बिलासपुर और धमतरी से 8-8, बस्तर जिले में 1 मरीज मिले हैं। महासमुंद और कोंडागांव में 1-1 केस, राजनांदगांव से 2 मरीज मिले हैं। अब प्रदेश में पॉजिटिविटी दर 4.92 प्रतिशत हो गई है। जबकि 1 अप्रैल को यही दर 2.37 फीसदी थी।
छत्तीसगढ़ के सभी जिलों की देखिए रिपोर्ट
मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी की गई रिपोर्ट।
धमतरी में 19 छात्राएं संक्रमित
धमतरी जिले के गर्ल्स हॉस्टल में 19 छात्राएं कोरोना संक्रमित मिली हैं। ये सभी छात्राएं शासकीय प्री मैट्रिक अनुसूचित जनजाति कन्या छात्रावास नगरी में रहती हैं। सर्दी-खांसी की शिकायत होने पर छात्राओं को जांच के लिए नगरी अस्पताल लाया गया था, जहां जांच के बाद उनमें कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। परेशानी की बात ये है कि इन छात्राओं के संपर्क में आई 30 छात्राएं घर लौट गई हैं।
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने देशभर में कोरोना के बढ़ते केसेस को लेकर नई गाइडलाइन जारी की है…
- एंटीबायोटिक्स का तब तक इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए, जब तक बैक्टीरियल इंफेक्शन का संदेह न हो।
- इस बात की संभावना रखनी चाहिए कि कोरोना की बजाय अन्य मौसमी बुखार भी हो सकते हैं।
- एक्सपर्ट्स का मानना है कि कोविड के बढ़ते मामलों के पीछे नया XBB.1.16 वैरिएंट हो सकता है, लेकिन इससे घबराने की जरूरत नहीं है।
- एक्सपर्ट के मुताबिक, कोविड से जुड़े सारे प्रोटोकॉल का पालन करें। अगर किसी ने बूस्टर डोज नहीं लिया है तो उसे जल्द से जल्द ये डोज लेनी चाहिए।
- अगर सांस लेने में तकलीफ, तेज बुखार, पांच दिन से ज्यादा की गहरी खांसी हो तो तुरंत मेडिकल हेल्प लें।
- जिन लोगों को पहले से कोई गंभीर बीमारी है, वे ऐसे लक्षण दिखते ही डॉक्टरों से परामर्श लें। गंभीर मामलों में 5 दिन तक रेमडिसिविर ले सकते हैं।