Thursday, April 25, 2024
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कोरोना से मौत के आंकड़े पर मंत्री के बेतुके बोल, कहा- मौत को कोई नहीं रोक सकता.. उम्र हो जाती है तो मरना ही पड़ता है

बड़वानी। देश में कोरोना की दूसरी लहर से कोई भी राज्य अब अछूता नहीं है। मध्यप्रदेश में भी तेजी से कोरोना का संक्रमण फैल रहा है। प्रदेश में बड़ी संख्या में कोरोना की चपेट में आने से लोगों की मौतें भी हो रही है। प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाएं बेहतर करने की बजाय ऐसे समय में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के एक मंत्री के बेतुके बयान सामने आए है। पशुपालन मंत्री और कोरोना प्रभारी प्रेमसिंह पटेल ने एक बयान में कहा कि कोरोना से मौतें तो हुई है, उसे कोई रोक नहीं सकता। कोरोना से बचने के लिए सुयोग करें, मास्क पहनें दूरी बनाएं। मंत्री यहीं पर नहीं रुके उन्होंने कहा कि मरने का क्या है, उम्र हो जाती है उसको तो मरना ही पड़ता है।

प्रशासन सही आंकड़ा नहीं बता रहा
बता दें कि महाराष्ट्र से सटे होने के चलते बड़वानी में भी कोरोना पॉजिटिव मरीजों व कोरोना संदिग्ध मरीजों की मौत का मामला बढ़ गया है. प्रशासन अपनी साख बचाने के चलते सही आंकड़ा नहीं बता रहा है. पिछले पांच दिनों में कोरोना पॉजिटिव की संख्या जिले में 150 से ऊपर पहुंच गई है.

मौत के आंकड़े तेजी से बढ़ रहे
पिछले वर्ष से लेकर अब तक कोरोना संक्रमण से होने वाली मौत 36 बताई जा रही है. जब हमने लोगों से हकीकत जानी, तो जिले के सेंधवा शहर के समाजसेवी लोगों ने इस पर चिंता जाहिर की. उन्होंने बताया कि पहले सेंधवा शहर में श्मशान घाट में चिता को जलाने के लिए पांच प्लेटफार्म थे. जब से कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर आई है, तब से मौत के आंकड़े तेजी से बढ़े हैं.

श्मशान घाट के 8 प्लेटफार्म के अलावा जमीन पर भी अंतिम संस्कार
पहले सेंधवा में अंतिम संस्कार के लिए शमशान घाट में पांच प्लेटफार्म थे जिसे बढ़ाकर तीन अस्थाई प्लेटफार्म और बनाए गए हैं साथ ही नीचे सीमेंट कॉन्क्रीट पर चिताएं जलाई गई. लोगों की मानें तो 8 प्लेटफार्म भी कम पड़ जाते है जिसके चलते जमीन पर ही अंतिम संस्कार करना पड़ रहा है. ये हाल सिर्फ सेंधवा का है पूरे जिले की बात करें तो तकरीबन 15 लोगों की मौत रोज हो रही हैं. मृतकों के आंकड़े तेजी से बढ़ रहे है.

कोरोना संदिग्ध मौत के परिजन खुलेआम खुल रहे
सवाल यह खड़ा होता है कि अगर कोरोना मरीजों व कोरोना संदिग्ध परिस्थितियों में हो रही मौतों को चिन्हित नहीं किया जाता, तो यह बड़ी भयंकर रूप अपना लेगा. जिन परिवार के लोगों की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो चुकी हंै उनके परिवार वाले खुले घूमते हैं, जिससे संक्रमण और तेजी से फैल रहा है. प्रशासन व सरकार को इस ओर ध्यान देना होगा. उन्हें चिन्हित करना होगा कि कितने लोगों की अभी तक कोरोना संक्रमण के चलते मौतें हुई है.

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