गरियाबंद: जिले के घटकर्रा के जंगल में 17 साल की लड़की का कंकाल मिला है। हालत इतनी खराब थी कि दस पुलिसकर्मियों ने मिलकर 22-23 टुकड़ों में बिखरे कंकाल को एकत्रित किया। घटना स्थल पर मिले कपड़े, लॉकेट और किताब से नाबालिग की पहचान की गई। मामला पाण्डुका थाना क्षेत्र का है।
एसडीओपी पुष्पेंद्र नायक ने बताया कि ये कंकाल 4 से 5 दिन पुराना है। नीले रंग का दुपट्टा, गले की माला, चप्पल और किताबें मिली हैं। जिससे उसकी पहचान सिटी कोतवाली क्षेत्र निवासी 12वीं कक्षा की छात्रा के रूप में हुई है। पुलिस का कहना है कि कंकाल के टुकड़े करीब आधा किलोमीटर तक बिखरे थे।
घटकर्रा के जंगल में छात्रा का मिला कंकाल।
जानवरों ने नोच डाला शव
घटना स्थल पर किताबों के पन्ने ठीक हालत में मिले हैं। कपड़े और अन्य सामग्री भी ज्यादा पुरानी नहीं लग रही है। ऐसे में हो सकता है कि शव को जंगली जानवरों या कुत्तों ने नोचकर अलग-अलग कर दिया होगा। गर्दन, हाथ और जबड़ा समेत शरीर के सभी हिस्से अलग-अलग बिखरे पड़े थे। शरीर के ज्यादातर हिस्से से मांस गायब है।
छात्रा का नीले रंग का दुपट्टा मिला है।
एक अक्टूबर को लापता हुई थी छात्रा
छात्रा के पिता का कहना है कि रविवार एक अक्टूबर को उनकी बेटी पढ़ने के लिए घर से निकली थी। देर शाम तक भी जब वो घर नहीं लौटी तो उसकी तलाश की गई, लेकिन वो कहीं नहीं मिली। इसके बाद सिटी कोतवाली थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई गई।
मौके पर मिली छात्रा की किताब और रूमाल।
सरपंच ने दी कंकाल मिलने की जानकारी
परिजन को गांव के सरपंच ने शनिवार को घटकर्रा के जंगल में एक कंकाल मिलने की सूचना दी थी। घबराए परिजन फौरन मौके पर पहुंचे और रुमाल, लॉकेट और बाकी चीजों से पहचान की। परिजन का कहना है कि ये हत्या है या आत्महत्या कहना मुश्किल है।
किताब के साथ छात्रा का लॉकेट भी मिला है।
छात्रा की हत्या या आत्महत्या ?
एसडीओपी पुष्पेंद्र नायक का कहना है कि शुरुआती जांच में ये नहीं कह सकते कि आत्महत्या है या हत्या। रायपुर से फॉरेंसिक की टीम बुलाई गई है। तफ्तीश के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।
छात्रा का जबड़ा भी अलग मिला है।