रायपुर: दिल्ली संसद में हुए स्मोक अटैक के बाद छत्तीसगढ़ विधानसभा की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। यहां तैनात होने वाले पुलिस जवानों की संख्या बढ़ाने का फैसला लिया गया है। यह पहली बार होगा जब आम लोगों को विधानसभा में एंट्री नहीं दी जाएगी। सिर्फ ऐसे लोगों को एंट्री मिलेगी जिन्हें अधिकृत पास जारी किए गए हैं।
आम लोग हर बार की तरह इस बार दर्शक दीर्घा में नहीं बैठ पाएंगे। उनके लिए अलग से रेस्ट रूम में स्क्रीन लगाई जाएगी। पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था को ध्यान में रखकर हुए इस बार इंतजाम किया है कि विधायकों के अलावा सदन भीतर लोगों को एंट्री ना मिले। अधिकृत मीडियाकर्मी ही मीडिया गैलरी से विधानसभा सत्र की कवरेज करेंगे।
सोमवार शाम को रायपुर IG रतन लाल डांगी ने एक हाई प्रोफाइल बैठक ली। जिसमें SSP प्रशांत अग्रवाल, CSP, थाना प्रभारी और इंटेलिजेंस के अधिकारी शामिल रहे।
IG खुद विधानसभा की सुरक्षा व्यवस्था को मॉनिटर कर रहे हैं।
600 से अधिक जवानों की तैनाती
विधानसभा के भीतर और बाहर सुरक्षा कर्मियों की तैनाती होगी। 600 से अधिक पुलिस जवानों की टीम विधानसभा को घेरकर रखेगी। तीन दिनों तक चलने वाले सत्र में पहली बार इस तरह की सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं। IG ने सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद रखने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं। विभागीय सूत्रों ने बताया कि इस बार सुरक्षा में सख्ती की जाएगी।
विधायक लेंगे शपथ
19 से 21 दिसंबर तक चलने वाले विधानसभा के शीतकालीन सत्र में पहले दिन 19 दिसंबर को छत्तीसगढ़ के सभी नवनिर्वाचित विधायक शपथ लेंगे। प्रोटेम स्पीकर रामविचार नेताम इन विधायकों को शपथ दिलाएंगे। पहले दिन शपथ की कार्रवाई के कुछ देर बाद विधानसभा का सत्र अगले दिन के लिए स्थगित कर दिया जाएगा।