BILASPUR: बिलासपुर में अमृत मिशन योजना के टेस्टिंग के दौरान बड़ा हादसा हो गया। पाइप लाइन जोड़े बिना ही पानी सप्लाई के लिए टेस्टिंग शुरू कर दिया, जिसके कारण नवनिर्मित सड़क में हाईवा धंस गई। इस हादसे में हाईवा से लगे स्कूटी सवार युवक बाल-बाल बच गया। इस घटना के दौरान हजारों लीटर पानी अरपा नदी में बह गया। वहीं, सड़क पर करीब एक घंटे तक जाम की स्थिति बनी रही। नगर निगम की टीम ने हाईवा को बाहर निकलवाया, तब जाकर स्थिति सामान्य हुई।
बताया जा रहा है कि नगर निगम ने अरपा पार सरकंडा से मेन पाइप लाइन को अरपा नदी पर बने पुराने पुल से होकर निकाला है। पुल के उस पार प्रताप टॉकीज चौक के पास पाइप लाइन को जोड़ना था, जहां से दो रास्ते पर पानी की सप्लाई होनी थी। लेकिन, यहां पाइप लाइन और वाल्व लगाए बिना ही सड़क बना दिया गया है।
पहले पानी के प्रेशर से उखड़ी सड़क फिर अंदर ही अंदर बन गया होल।
टेस्टिंग के दौरान हुआ हादसा, पहले उखड़ी सड़क
बुधवार की शाम नगर निगम ने शहर में पाइप लाइन से पानी सप्लाई के लिए टेस्टिंग शुरू की। जब मेन पाइप लाइन में पानी सप्लाई शुरू किया गया, तब प्रताप चौक स्थित पुराना पुल के पास पाइप लाइन में जोड़ नहीं लगा था और न ही वहां पाइप जोड़ा गया था, जिसके कारण पानी के प्रेशर से सड़क उखड़ गई और पानी बहने लगा और सड़क अंदर ही अंदर धंस गई।
आधे घंटे तक बहता रहा पानी, हाईवा गुजरते ही धंस गई सड़क
पुल के किनारे बनी नई सड़क पर मेन पाइप लाइन से करीब आधे घंटे तक प्रेशर के साथ बह रहा था, जिसके कारण करीब पांच मीटर तक सड़क भीतर ही भीतर खोखला हो गया था। उसी समय एक हाईवा गुजर रहा था। देखते ही देखते सड़क के साथ-साथ हाईवा भी धंस गया। वहीं, पर स्कूटी सवार युवक भी खड़ा था, जो हाईवा की चपेट में आने से बाल-बाल बच गया।
देखते ही देखते 10 मीटर तक धंस गई सड़क।
एक घंटे तक लगा जाम, परेशान होते रहे लोग
इस हादसे के बाद नगर निगम का अमला मौके पर पहुंचा। निगम के अधिकारियों ने बताया कि अमृत मिशन योजना के तहत पानी सप्लाई के लिए टेस्टिंग शुरू हुआ है, जिसके कारण यह स्थिति बनी है। नगर निगम और ठेका कर्मियों ने जेसीबी की मदद से हाईवा को बाहर निकाला। इस बीच करीब एक घंटे तक पुल के दोनों तरफ जाम की स्थिति बनी रही। इसके चलते लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
अरपा पुल के पास लगा जाम।
पांच साल पहले शुरू हुई थी योजना
छत्तीसगढ़ में सबसे पहले शुरू हुई अमृत मिशन योजना सबसे पीछे चल रही है। ठेका कंपनी इंडियन ह्यूम पाइप को सरकार ने खूंटाघाट से शहरवासियों को पानी सप्लाई के लिए 301 करोड़ का ठेका दिया था। अक्टूबर 2017 से कार्य शुरू कर सप्लाई 3 अप्रैल 2020 से शुरू की जानी थी, लेकिन यह 44 महीना लेट हो चुकी है। अब फिर से कंपनी को 30 दिसंबर का अल्टीमेटम मिला है। पांच साल पहले शुरू हुई इस योजना को पूरा करने के लिए अफसरों से टारगेट मिलने के बाद मनमाने तरीके से काम किया जा रहा है। इसके साथ ही अमृत मिशन योजना का काम शहर में रुक रुक पिछले पांच साल से चल रहा है। जिसके कारण ठेका कर्मियों को भी यह पता नहीं है कि पाइप लाइन कहां बिछाई गई और उसमें बाल्व लगा है या नहीं। इसकी जानकारी जुटाए बिना ही बुधवार को टेस्टिंग शुरू कर दिया गया, जिसके कारण यह स्थिति बनी।