कोरबा: आधारभूत पुलिसिंग को लेकर कोरबा जिले में तेजी से काम किए जा रहे हैं। थाना और चौकी प्रभारी को फील्ड में नजर रखने के लिए कहा गया है। इसके साथ ही पुलिस का अधिकारी विभिन्न क्षेत्रों में जनता से मिलकर उनकी समस्याएं जान रहे हैं। पुलिस अधीक्षक जितेंद्र शुक्ला ने सीएसईबी चौकी में दरबार लगाकर लोगों से संवाद किया और समस्याओं का निराकरण किया।
एक महीने से इस अभियान पर कोरबा जिले में पुलिस काम कर रही है। जनता का विश्वास जीतने और अपनी जवाबदेही सुनिश्चित करने की प्रक्रिया में पुलिस ने अपने स्तर पर कोशिश शुरू की है। आरक्षी केदो का जायजा लेने के साथ आसपास की जनता से मिलकर उनकी शिकायत सुनना और उसका निराकरण करना भी इस अभियान का हिस्सा है।
पुलिस अधीक्षक जितेंद्र शुक्ला ने अभियान के अंतर्गत सीएसईबी पुलिस चौकी पहुंचकर दरबार लगाया और लोगों से बातचीत की। उनकी समस्या जानी। इस दौरान पुलिसकर्मियों को आवश्यक निर्देश दिए गए। मीडिया से चर्चा करते हुए पुलिस अधीक्षक ने बताया कि वर्तमान में साइबर क्राइम अपने आप में बड़ी चुनौती है।
बैंक और वित्तीय संस्थाओं के साथ-साथ मोबाइल के माध्यम से साइबर अपराधों को अंजाम दिया जा रहा है।अगर किसी मामले में लोगों के साथ फ्रॉड होता है तो बैंकों को तुरंत शिकायत पर कार्रवाई करते हुए संबंधित के खाते ब्लॉक करना चाहिए और ट्रांजैक्शन को भी रोकना चाहिए।
इस मामले में पुलिस की भूमिका का इंतजार करने से बैंकों को बचना होगा। बताया गया कि संवेदनशील कार्रवाई नहीं करने के कारण आज ही एक मामले में एक व्यक्ति के खाते से धनराशि का ट्रांजैक्शन हो गया।
कोरबा जिले की पुलिस ने साइबर अपराध से संबंधित मामलों की शिकायत प्राप्त होने पर झारखंड बिहार राजस्थान दिल्ली जैसे राज्यों में पहुंचकर आरोपियों को न केवल गिरफ्तार किया, बल्कि उनके कब्जे से काफी धनराशि भी बरामद कर ली। जरूर इस बात की है कि लोग अलग-अलग तरीके से की जाने वाली साइबर ठगी के मामले को समझें और अपनी चतुराई से फ्रॉड गिरोह।
(Bureau Chief, Korba)