दंतेवाड़ा: कर्नाटक में पदस्थ NMDC के एक अधिकारी ने दंतेवाड़ा के व्यापारियों से करीब 50 लाख रुपए से ज्यादा का फ्रॉड किया है। बताया जा रहा है कि जब अधिकारी की पोस्टिंग दंतेवाड़ा में थी, तो उसने यहां 6 से ज्यादा व्यापारियों से पैसे उधार लिए थे, जिसे लौटाने के लिए उन्हें ब्लैंक चेक थमाया था, लेकिन चेक बाउंस होता गया।
व्यापारियों को जब उनके पैसे नहीं मिले, तो उन्होंने मामले की शिकायत पुलिस से की। फिलहाल पुलिस ने अफसर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
जानकारी के मुताबिक, NMDC के अधिकारी विकास देवांगन कुछ समय पहले दंतेवाड़ा में ही पदस्थ थे। उन्होंने किरंदुल और बचेली के व्यापारियों से पैसे उधार लिए थे। करीब 6 से ज्यादा व्यापारियों ने उन्हें 5-5 लाख रुपए दिए थे। अफसर ने उन्हें वादा किया था कि वे पैसे जल्द ही लौटा देंगे। लेकिन इसी बीच उनका तबादला कर्नाटक हो गया। तब उन्होंने व्यापारियों को ब्लैंक चेक थमाया।
चेक बाउंस हुआ तो दर्ज कराई FIR
जब व्यापारियों ने चेक बैंक में लगाया, तो वो बाउंस हो गया। जिसकी जानकारी उन्होंने विकास देवांगन को दी। हालांकि विकास ने शुरू में तो कहा था कि पैसे चुका दूंगा, लेकिन बाद में व्यापारियों का फोन उठाना भी बंद कर दिया। ट्रांसफर होने पर अधिकारी कर्नाटक चले गए। इसके बाद जिले के 6 व्यापारियों ने इस मामले में FIR दर्ज करवाई।
कर्नाटक से पकड़कर लाया गया
पुलिस ने टीम गठित कर आरोपी को पकड़ने कर्नाटक भेजा। यहां से विकास देवांगन को गिरफ्तार कर दंतेवाड़ा लाया गया। यहां कोर्ट में पेश कर उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। दंतेवाड़ा के ASP आरके बर्मन ने बताया कि अधिकारी ने लाखों रुपए की ठगी की है। दंतेवाड़ा ही नहीं बल्कि बाहर के भी कुछ व्यापारियों से इन्होंने पैसे लिए थे।
(Bureau Chief, Korba)