भिलाई: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को IIT भिलाई के स्थायी परिसर का वर्चुअल शुभारंभ किया। इससे पहले PM मोदी ने 14 जून 2018 को इसकी आधारशिला रखी थी। इसके अलावा कवर्धा और कुरुद में केंद्रीय विद्यालय के नव निर्मित भवन का भी लोकार्पण किया।
IIT भिलाई का परिसर देश का 23वां राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान है और 400 एकड़ में फैला हुआ है। इसका निर्माण कार्य करीब 4 साल पहले 8 जुलाई 2020 को शुरू हुआ था। इसमें निर्मित भवनों के नाम छत्तीसगढ़ की प्रमुख नदियों और पर्वतों के नाम पर रखे गए हैं।
IIT भिलाई कैंपस के मॉडल का निरीक्षण करते सीएम साय और सांसद विजय बघेल सहित अन्य लोग।
हर क्षेत्र में विकास का मूल मंत्र शिक्षा
इस दौरान CM विष्णुदेव साय ने कहा कि, प्रधानमंत्री मोदी जी का ध्येय वाक्य है, सबका साथ, सबका विकास, सबका प्रयास। उन्होंने 2047 तक विकसित भारत की परिकल्पना की है। इसके लिए छत्तीसगढ़ को विकसित करना पड़ेगा। वो भी सहभागी बनेगा।
उन्होंने कहा कि, हर क्षेत्र में विकास हो, इसका मूल मंत्र शिक्षा है। रमन सिंह के कार्यकाल में 15 सालों में शिक्षा के क्षेत्र में बहुत विकास हुआ। शिक्षा के साथ-साथ युवाओं को कौशल विकास भी दिया जाएगा। इससे वह नौकरी की ही दौड़ में न रहें, बल्कि उद्यमी बनने की ओर अग्रसर हों।
मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ बहुत समृद्ध प्रदेश है, लेकिन पिछले 5 साल में आर्थिक रूप से बदहाली इसकी हुई है। इसे देखते हुए PM श्री योजना में और स्कूलों को शामिल करने का प्रस्ताव रखा गया था, जिसे भारत सरकार ने स्वीकार किया है।
IIT कैंपस के लोकार्पण से पहले सरस्वती वंदना करते सीएम साय और अन्य अतिथि।
कार्यक्रम के दौरान सांसद विजय बघेल, IIT के अधिशासी मंडल के अध्यक्ष के. वेंकटरमण और निदेशक IIT प्रोफेसर राजीव प्रकाश भी मौजूद रहे। उन्होंने IIT भिलाई के 7 वर्षों के सफर की जानकारी दी।
IIT भिलाई की खासियत
- यह थ्री-डी IIT है, जिसे थर्ड जेनरेशन आईआईटी कहते हैं।
- यहां डिपार्टमेंट डिसीप्लिन प्रोग्राम भी हैं। यहां छोटे कोर्सेस, डिप्लोमा कोर्सेस और सर्टिफिकेट कोर्सेस हैं।
- IIT भिलाई में 2500 छात्रों की क्षमता है। वर्तमान में 700 छात्र यहां पढ़ाई कर रहे हैं।
- निर्माण के लिए केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने 1090 करोड़ 18 लाख रुपए स्वीकृत किए थे।
- 879.22 करोड़ की लागत से बिल्डिंग और दूसरे काम कराए गए हैं।
- बिल्डिंग में लेक्चर हाल, सेमिनार रूम, क्लास रूम बनाए गए हैं।
- इसके पहले चरण का काम दिसंबर 2022 तक पूरा किया जाना था।
रायपुर से हो रहा था संचालन
पिछले साल जुलाई से नया शैक्षणिक सत्र शुरू कर दिया गया है। भिलाई IIT में साल 2023 के अक्टूबर से छात्र पढ़ाई कर रहे हैं। इससे पहले रायपुर के सेजबहार में गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज कैंपस में आईआईटी का संचालन किया जा रहा था।
कवर्धा के आउटडोर स्टेडियम में चल रहा था स्कूल
कवर्धा के ग्राम महाराजपुर में में 2.56 करोड़ की लागत से नवनिर्मित केंद्रीय विद्यालय भवन की आधारशिला 2017 में रखी गई थी। स्कूल अभी आउटडोर स्टेडियम के बिल्डिंग में संचालित हो रहा थी। स्कूल में 11वीं कक्षा तक की पढ़ाई चल रही है। अध्ययन स्कूल में कुल 486 बच्चे बढ़ रहे हैं।
(Bureau Chief, Korba)