रायपुर: छत्तीसगढ़ के पूर्व नगरीय प्रशासन मंत्री की पत्नी शकुन डहरिया पर गरीबों के जमीन पर कब्जा करने का आरोप है। रायपुर निगम की सामान्य सभा में शकुन डहरिया की संस्था राजश्री सद्भावना समिति को सामुदायिक भवन को अलॉट करने पर सवाल उठे हैं। इसके बाद संस्था को इसे खाली करने का नोटिस जारी कर दिया गया है।
नोटिस की कॉपी।
सामान्य सभा में नेता प्रतिपक्ष मीनल चौबे ने आरोप लगाया कि शताब्दी नगर तेलीबांधा स्थित सामुदायिक भवन पर पूर्व नगरीय प्रशासन मंत्री शिव डहरिया के परिवार का कब्जा है। इसके बाद जांच में खुलासा हुआ कि संस्था के पास एक नहीं 2 सामुदायिक भवन हैं।
सामुदायिक भवन में 4000 स्क्वायर फीट में भवन बना हुआ है।
15 हजार स्क्वायर फीट जमीन पर कब्जा
पहले भवन के 100 मीटर की दूरी पर ही एक भवन और अलॉट किया गया। करीब 15000 स्क्वायर फीट के जमीन में एक तरफ 4000 स्क्वायर फीट में भवन बना हुआ है। इसके अलावा बाकी जमीन पर गार्डन और ब्यूटीफिकेशन के साथ बैठने के लिए कुर्सियां लगाई गई है।
जानकारी के मुताबिक जिस जमीन पर आलीशान भवन और गार्डन तैयार किया गया है वह जमीन गरीबों के आवास के लिए बनाई गई कॉलोनी थी। इसे दूसरी जगह शिफ्ट कर दिया गया फिर खाली जमीन पर निर्माण कार्य कराया गया। इसके बाद उसे राजश्री सद्भावना समिति को दे दिया गया ।
डहरिया बोले- MIC से ही मिली है स्वीकृति
शिव डहरिया का कहना है कि मेयर इन काउंसिल और महापौर के दस्तखत से समिति को सामुदायिक भवन अलॉट किया गया है। समिति की ओर से कोई कब्जा नहीं है। शहर के दूसरे सामुदायिक भवन भी संस्थाओं को अलॉट किए गए हैं।पूर्व मंत्री ने कहा कि आने वाले दिनों में लोकसभा चुनाव है इसलिए मुझे लगातार टारगेट किया जा रहा है। हालांकि वे प्रेसवार्ता के दौरान आवंटन पत्र नहीं दिखा पाए।
राजश्री सद्भावना सदन का बोर्ड लगा
सामुदायिक भवन के बाहर राजश्री सद्भावना सदन के नाम का बोर्ड लगा हुआ है और अंदर आलीशान भवन और सर्व सुविधा युक्त चीज शामिल है। हालांकि इस मामले पर जब शताब्दी कॉलोनी के स्थानीय लोगों से बातचीत करने की कोशिश की गई तो उन्होंने इस मामले पर किसी भी तरह की बात करने से इनकार कर दिया।
72 घंटे में खाली करने का नोटिस
निगम के पार्षदों का कहना है कि भवन देने के लिए MIC के बाद प्रस्ताव को सामान्य सभा से पास कराना जरूरी होता है। इसके बाद सामान्य सभा सदन में मामला सामने आने पर मेयर एजाज ढेबर ने पूरे मामले की जांच करने और दोषी पाए जाने वाले अधिकारी को बर्खास्त करने की बात कही थी।
इसके बाद ही राजश्री सद्भावना समिति की अध्यक्ष शकुन डहरिया को नोटिस जारी किया गया है। नोटिस में 72 घंटे के भीतर भवन को कब्जा मुक्त करने का आदेश है।
जून 2022 में शकुन ने लिखी थी जोन-10 को चिट्ठी
नेता प्रतिपक्ष ने सामान्य सभा में वह पत्र प्रस्तुत किया, जिसमें राजश्री सद्भावना समिति की अध्यक्ष शकुन डहरिया ने जोन-10 को सामुदायिक भवन के हस्तांतरण और संचालन के लिए पत्र लिखा था। शकुन डहरिया के पत्र के बाद नगर निगम के जोन-10 ने इस भवन में फर्नीचर, अलमारी, लकड़ी की कुर्सियां, वॉशिंग मशीन, वॉटर हीटर, सोफा, सेंटर टेबल, कंप्यूटर, प्रिंटर, किचन चिमनी, वाटर कूलर लगाने के लिए वर्क ऑर्डर जारी किया।
(Bureau Chief, Korba)