- मुख्यमंत्री ने की सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र (सी.एच.सी) मनोरा में एम्बुलेंस की घोषणा
- ग्राम डाडटोली में सामुदायिक भवन हेतु 30 लाख रूपए की घोषणा, मनोरा के शासकीय कॉलेज के भवन की दी स्वीकृति
- पत्थलगांव में जल्द ही अपर कलेक्टर का लिंक कोर्ट एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक की होगी पदस्थाना
रायपुर: मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय आज शनिवार को जशपुर जिले के मनोरा विकासखंड के ग्राम डाड़टोली में शहीद वीर बुधु भगत जयंती समारोह एवं उरांव समाज के वार्षिक सम्मेलन में शामिल हुए और उन्होंने ग्राम डाडटोली में सामुदायिक भवन हेतु 30 लाख रूपए की घोषणा की साथ ही मनोरा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र (सी.एच.सी) में एम्बुलेंस की व्यवस्था, मनोरा के शासकीय कॉलेज के भवन की स्वीकृति एवं पत्थलगांव में अपर कलेक्टर का लिंक कोर्ट एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक की पदस्थाना करने की घोषणा की।
मुख्यमंत्री श्री साय ने यह भी कहा कि वर्ष 2024-25 की बजट में कुनकुरी में 220 बिस्तरों वाले अस्पताल निर्माण करने का प्रावधान किया गया है। मनोरा के 30 बिस्तर वाले अस्पताल को अच्छा से अच्छा बनाएंगे साथ ही जशपुर में सामुदायिक भवन के लिए भी प्रयास किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने समाज की मांग पर यह भी भरोसा दिलाया कि डाड़टोली में उरांव समाज के सामुदायिक भवन के लिए जमीन आबंटन की प्रक्रिया भी जल्द पूरी कर ली जाएगी। इसके अलावा समाज की मांग पर मुख्यमंत्री ने मिसल बंदोबस्त में संसारी उरांव राजस्व रिकार्ड में दर्ज है इस कारण अनुसूचित जनजाति का लाभ नहीं मिल पा रहा है। इस पर श्री साय ने भारत सरकार स्तर पर इस संबंध में उचित कार्यवाही करने का भरोसा दिलाया। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि देश की राष्ट्रपति एक महिला है जो आदिवासी समाज से है। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने आदिवासी समाज से मेरे जैसे एक साधारण कार्यकर्त्ता को छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी दी है। भारत के पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी बाजपेयी के कार्यकाल में आदिवासी समुदाय के सर्वांगीण विकास के लिए जनजातीय कल्याण मंत्रालय का गठन किया गया था।
मुख्यमंत्री श्री साय ने विशाल जन समुदाय को संबोधित करते हुए कहा कि 7-8 मार्च को महतारी वंदन योजना के अंतर्गत् माताओं एवं बहनों के खाते में प्रतिमाह एक हजार रूपए की राशि की प्रथम किश्त अंतरित करने प्रधानमंत्री को समय देने के लिए अनुरोध किया गया है। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि 12 मार्च को प्रदेश के 24 लाख से अधिक किसानों के खाते में धान उपार्जन के अंतर की राशि प्रति क्विटल 917 रूपए को भी अंतरित कर दिया जाएगा। महतारी वंदन योजना के अंतर्गत् प्रदेश में 72 लाख 14 हजार आवेदन पत्रों की जांच की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार को अभी ढाई माह ही हुए हैं। इस अल्प अवधि में सरकार ने समाज के सभी वर्गो के उत्थान के लिए अनेक पहल की है। इनमें गरीबों के लिए 18 लाख प्रधानमंत्री आवास की स्वीकृति दी है। इस तरह 25 दिसम्बर को पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी बाजपेयी के जन्म दिवस सुशासन दिवस के मौके पर 12 लाख से अधिक किसानों को उनके अंतर की राशि 3 हजार 716 करोड़ रूपए अंतरित कर दी गई है। प्रदेश में इस वर्ष समर्थन मूल्य पर लगभग 145 लाख मैट्रिक टन धान की रिकार्ड खरीदी हुई है। सरकार ने युवाओं के हित में यह भी फैसला लिया है कि पी.एस.सी. भर्ती परीक्षा 2021 की सी.बी.आई. जांच कराई जाएगी। तेन्दुपत्ता सीजन आने वाला है प्रदेश सरकार ने 5500 प्रति मानक बोरा के मान से खरीदी करने का निर्णय लिया है। तेन्दुपत्ता संग्राहकों के लिए चरण पादुका योजना फिर से लागू की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 17 फरवरी को समाज के क्रांतिकारी वीर बुधु भगत की जयंती थी। उक्त् तिथि को मैं दिल्ली के प्रवास पर रहा। इस कारण नहीं आ पाया। इसके लिए मैं आप सभी से विनम्रता पूर्वक क्षमा चाहता हूं। उन्होंने कहा कि उरांव समाज के सम्मेलन में अपने आपको पाकर बहुत प्रसन्नता हो रही है। आप सभी ने मेरा आत्मीय स्वागत किया है। इसके लिए मैं आप सबका आभारी रहूंगा। आप सभी लोगों से मिलकर खुशी हो रही है। मैं आप लोगों के बीच का ही हूं। उरांव समाज का गौरवशाली इतिहास रहा है। रोहतासगढ़ में आपके समाज के राजा ने मुगलों के खिलाफ लड़ाई लड़ी थी। इसमें महिलाओं ने भी अपनी सहभागिता दिखाई। झारखण्ड में हर 12 वर्ष पश्चात् जनी शिकार की परम्परा निभाई जाती है। जिसमें महिलाएं पुरूष का भेष धारण कर जंगल में शिकार करने जाती हैं। मुख्यमंत्री ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानी सहित बुधु भगत के योगदान का स्मरण किया। जिन्होंने अंग्रेजों के खिलाफ आजादी की लड़ाई में अपनी अग्रणी भूमिका निभाई। समाज के ही गौरव स्व. कार्तिक उरांव प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी के शासन काल में लोकसभा के सांसद रहे हैं। समाज की विकास में उनका अतुलनीय योगदान रहा है। मुख्यमंत्री ने समाज के लोगों से आव्हान किया है कि वे अपने बच्चों को जरूर पढ़ाएं। शिक्षा विकास का मूलमंत्र है। शिक्षा से ही समाज का सर्वांगीण विकास संभव है।
मुख्यमंत्री ने समाज को नशा-पान से दूर रहने की अपील करते हुए कहा कि खासकर युवा पीढ़ी नशा की ओर अग्रसर हो रही है। इससे हमे सजग रहना होगा। प्रदेश सरकार भी नशा के सौदागरों को जेल भेजने की कार्यवाही कर रही है। इस अवसर पर जशपुर विधायक श्रीमती रायमुनी भगत ने संबोधित करते हुए कहा कि यह हम सब के लिए गौरव का विषय है कि आज के इस सम्मेलन में प्रदेश यशस्वी मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय हम सबके बीच शामिल होने पहुंचे हैं। समय-समय पर उनका मार्गदर्शन हम सबको मिलता रहा है।
राज्यसभा सांसद कुमार देवेन्द्र प्रताप सिंह ने कहा कि हमारा आदिवासी समाज काफी संगठित समाज है और समाज का गौरवशाली इतिहास रहा है। हमें बच्चों की शिक्षा पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। उन्होंने अंचल के विकास के लिए जशपुर के राजा स्व. दिलीप सिंह जूदेव का स्मरण किया। इस अवसर पर विधायक पत्थलगांव श्रीमती गोमती साय, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती शांति भगत, युवराज यशप्रताप सिंह जुदेव, कुमार विक्रमादित्य सिंह जूदेव, पूर्व विधायक श्री राजशरण भगत सहित गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।
(Bureau Chief, Korba)