BILASPUR: बिलासपुर में हत्या की जांच में लापरवाही सामने आने पर एसपी रजनेश सिंह ने सरकंडा थाना प्रभारी रहे निरीक्षक जेपी गुप्ता और एसआई रमेश साहू को निलंबित कर दिया है। निलंबन के दौरान निरीक्षक जेपी गुप्ता कोटा एसडीओपी कार्यालय में अटैच रहेंगे। कुछ दिनों पहले उनका ट्रांसफर नारायणपुर में किया गया था।
सरकंडा क्षेत्र के खमतराई में रहने वाले पंकज उपाध्याय की 14 फरवरी की रात बेरहमी से हत्या कर दी गई थी। घटना का वीडियो इंटरनेट पर वायरल हो गया था। इधर पुलिस ने 4 घंटे के भीतर मामले में शामिल नाबालिग और महिला समेत 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया।
इस दौरान सरकंडा थाना प्रभारी ने हत्या जैसे गंभीर मामले की जांच खुद नहीं करते हुए एसआई रमेश साहू से कराई। जांच के दौरान एसआई ने आरोपियों के पुराने रिकॉर्ड को कोर्ट में पेश नहीं किया। इसे गंभीर चूक मानते हुए एसपी रजनेश सिंह ने निरीक्षक जेपी गुप्ता और एसआई रमेश साहू को निलंबित कर दिया है।
गंभीर मामलों की जांच थाना प्रभारी को करने के निर्देश
कई बैठकों में अधिकारियों ने गंभीर मामलों की जांच थाना प्रभारी को करने के निर्देश जारी किए हैं, लेकिन सरकंडा थाना प्रभारी रहे जेपी गुप्ता ने हत्या की जांच का जिम्मा अपने अधीनस्थ को सौंप दिया। इतना ही नहीं वे गिनती के दिन ही रात में गश्त पर निकलते थे। वे अक्सर अपने अधीनस्थों को अपनी जगह पेट्रोलिंग पर भेज दिया करते थे। इन बातों के सामने आने पर एसपी रजनेश सिंह नाराज हुए।
तत्कालीन एसपी भी कर चुके हैं कार्रवाई
कुछ साल पहले भी इंस्पेक्टर जेपी गुप्ता सरकंडा थाने के प्रभारी रहे हैं। ये उनका तीसरा कार्यकाल उसी थाने में रहा। इससे पहले उन्हें जांच में लापरवाही बरतने पर तत्कालीन एसपी दीपक झा भी सस्पेंड कर चुके हैं। यह पहली बार नहीं है, जब इंस्पेक्टर गुप्ता ने ऐसी लापरवाही बरती है। इससे पहले भी वे कई बार ऐसी लापरवाही बरत चुके हैं।
क्षेत्र में दहशत का माहौल
खमतराई में मामूली बात को लेकर हुई हत्या की घटना का वीडियो इंटरनेट पर वायरल हो गया। इसमें हत्यारों की बर्बरता को देख आसपास के लोग दहशत में आ गए। इधर वीडियो वायरल होने के बाद आरोपियों के मकान पर बुलडोजर चलाने की मांग भी जोर पकड़ने लगी। लोगों का गुस्सा देखते हुए प्रशासन ने आरोपियों के अवैध कब्जे को ढहा दिया। इसके अलावा मुक्तिधाम पर किए कब्जे को भी हटाया गया।
(Bureau Chief, Korba)