सरगुजा: जिले के मणिपुर थाना क्षेत्र में शनिवार सुबह नशे में धुत विवाहिता ने गैंगरेप की शिकायत की तो हड़कंप मच गया। आरोपियों की संख्या दो से अधिक बताई गई। विवाहिता को मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया। पुलिस पूछताछ व मेडिकल जांच में मामला झूठा निकला। मामला स्पष्ट होने के बाद पुलिस ने भी राहत की सांस ली।
जानकारी के मुताबिक, जशपुर के बगीचा थाना क्षेत्र से दंपती काम की तलाश में अंबिकापुर आए थे। मणिपुर थाना क्षेत्र में वे भिट्ठीकला में रूके थे। रविवार सुबह दंपती नशे की हालत में थे। सुबह नशे में धुत विवाहिता (20) हास्पिटल पहुंची व कहा कि उसके साथ गैंगरेप हुआ है। इसकी सूचना तत्काल मणिपुर पुलिस को दी गई एवं महिला को मेडिकल कालेज हास्पिटल में एडमिट कर लिया गया।
पुलिस ने कराई तस्दीक तो पाया झूठा
मणिपुर पुलिस ने शिकायत पर मामले की तस्दीक कराई। सूचना पर वरिष्ठ पुलिस अधिकारी भी सक्रिय हो गए। विवाहिता का आरोप था कि युवकों ने उसे बंधक बना गैंगरेप किया। ज्यादा नशे की हालत में होने के कारण वह कुछ स्पष्ट नहीं बता पा रही थी। कई घंटों बाद जब उसका नशा कम हुआ तो पुलिस अधिकारियों ने उससे पूछताछ की। पूछताछ में पता चला कि ऐसी कोई घटना हुई ही नहीं है।
संदेहियों को कराया विवाहिता के सामने
मणिपुर पुलिस भिट्ठी के कुछ संदेहियों को भी पकड़ लाई, जो सुबह दंपती के साथ दिखे थे। पुसिल ने जब उन्हें विवाहिता के सामने खड़ा किया तो विवाहिता ने कहा कि इन्होंने कुछ नहीं किया है। पुलिस ने महिला का मेडिकल टेस्ट भी कराया। मेडिकल टेस्ट में भी ऐसी कोई घटना नहीं होना पाया गया।
नशे की हालत में लगा रही थी आरोप
मामले में एडिशनल एसपी अमोलक सिंह ने कहा कि पुलिस जांच में स्पष्ट हुआ है कि महिला अत्यधिक नशे की हालत में ऐसा आरोप लगा रही थी। पुलिस पूछताछ एवं मेडिकल जांच में ऐसी कोई बात सामने नहीं आई है। दंपती को समझाइश देकर छोड़ दिया गया है।
(Bureau Chief, Korba)