रायगढ़: जिले के धरमजयगढ़ और कापू रेंज में शुक्रवार की रात हाथियों ने फसलों को नुकसान पहुंचाया है। बता दें जिले के दोनों वन मंडल धरमजयगढ़ और रायगढ़ में हाथियों के अलग-अलग दल की मौजूदगी है। जंगल में 96 हाथी विचरण करते हुए हर रात किसी न किसी गांव के खेतों में पहुंच रहे हैं। हाथियों द्वारा लगातार फसलों को बर्बाद किया जा रहा है।
बताया जा रहा है कि, शुक्रवार रात हाथियों के दल ने धरमजयगढ़ के बायसी में धान की फसलों को बर्बाद किया है। इसके अलावा छाल वन परिक्षेत्र के हाटी, बांसाझार, कीदा, भलमुड़ी में धान फसलों को चौपट किया है। शाम ढलने के बाद हाथियों का दल गांव के करीब तक पहुंचते हैं और खेतों में घुसकर फसलों को चौपट करने के साथ ही फसलों को खा रहे हैं।
धान फसलों के नुकसान का आंकलन कर रहा विभाग
बीती रात को धरमजयगढ़ और छाल रेंज में किए गए धान फसलों के नुकसान का आंकलन वन विभाग द्वारा किया जा रहा है। वहीं वन विभाग द्वारा प्रभावित गावों में मुनादी और बचाव के लिए प्रसार- प्रसार कर रही है, ताकि किसी प्रकार की जनहानी न हो। लगातार मुनादी करा कर लोगों को जंगलों में जाने से मना किया जा रहा है।
धरमजयगढ़ वन मंडल में 90 हाथी
धरमजगढ़ वन मंडल में साल भर हाथियों की मौजूदगी होती है और इन दिनों इनकी संख्या इस वन मंडल में 90 तक पहुंच चुकी है। इसमें नर हाथियों की संख्या 26, मादा 39 और शावक 25 की संख्या में हैं। जबकि रायगढ़ की बात करें तो यहां 6 हाथी का अलग-अलग दल विचरण कर रहा है।
ग्रामीणों में रहता है भय
हाथियों की इतनी बड़ी मौजूदगी को देखते हुए प्रभावित गांव में दहशत का माहौल निर्मित रहता है। शाम ढलते ही हाथी जंगल से निकलकर पानी और खाने की तालाश में खेतों तक पहुंच जाते हैं। इसके बाद ग्रामीणों में डर लगा रहता है कि कहीं हाथी दल बस्ती तक न पहुंच जाए।
(Bureau Chief, Korba)