सूरजपुर: जिले के SECL बिश्रामपुर क्षेत्र के आमगांव खुली खदान के अमेरा ओपनकास्ट परियोजना के कोल स्टॉक में गुरुवार को आग लग गई। कोल स्टाक में लगी आग से लाखों रुपए का कोयला जलकर राख हो गया है। खदान प्रबंधन पाइप लाइन बिछाकर कोयला स्टॉक में लगी आग को बुझाने की कोशिश कर रहा है। वहीं आग बुझाने में दमकल की गाड़ियां भी मौके पर जुटी हुई है।
कोयला कामगारों की माने तो कोयले में लगी आग को नियंत्रित करने संसाधनों को बढ़ाने की जरूरत है। कोयला स्टॉक में लगी आग को नियंत्रित करने के पर्याप्त उपाय नहीं किए जाने की वजह से आग बढ़ने से लाखों रुपए लागत का कोयला जलकर राख हो गया है। वहीं खदान में तकनीकी दिक्कतों के कारण करीब दस दिन से कोयला उत्पादन भी ठप है।
एक महीने से आग की चपेट में, कोयले की हो रही चोरी
बता दें कि अमेरा ओपनकास्ट परियोजना के कोल स्टॉक में करीब एक महीने से आग लगी हुई है। खदान के कोल स्टाक में भंडारित जी 6, 8 व 9 ग्रेड का एक लाख टन से अधिक कोयला करीब एक महीने से आग की चपेट में हैं। वहीं खदान से रोजाना भारी मात्रा में कोयले की चोरी होने से कोलस्टॉक में कोयला भी कम हो जाता है।
आग को बुझाने में प्रबंधन नाकाम
बताया जा रहा है कि आग बढ़ने से आला अधिकारियों के बढ़ते दबाव की वजह से अब सिंगल पाइप लगाकर कोयला स्टाक में लगी आग को नियंत्रित करने की कोशिश तेज की गई है। कोयला स्टाक में लगी आग को बुझाने में प्रबंधन पर उदासीनता बरतने के भी आरोप लग रहे हैं।
एक मई से कोयला उत्पादन भी ठप
अमेरा खदान में एक मई से कोयला उत्पादन भी ठप है। इसकी वजह सरफेस माइनर मशीन में खराबी के साथ ही कांटा ब्रेक डाउन होना, कोयला स्टॉक में आग लगना और कोलफेस में पानी का होना बताया जा रहा है। कोल स्टॉक में आग कैसे लगी इसके संबंध में अधिकारियों जवाब देने से बच रहे हैं। फिलहाल कोयला शॉर्टेज के मामले में जांच भी चल रही है।
(Bureau Chief, Korba)