रायपुर: नगर निगम के 93 अधिकारी कर्मचारी टैक्स वसूली सीखने के लिए टूर पर हैं। वे दिल्ली महानगर पालिका, चंडीगढ़ नगर निगम और जम्मू कश्मीर नगर निगम में राजस्व वसूली और उनके काम सीखेंगे। अब एक साथ इतनी बड़ी संख्या में राजस्व की टीम को टूर पर भेजे जाने पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
बीजेपी का कहना है कि, अध्ययन के बहाने इन अफसर और कर्मचारी को निगम के पैसों से पिकनिक मनाने भेजा गया है। वहीं मेयर इन काउंसिल के सदस्य श्रीकुमार मेनन ने कहा कि अभी आचार संहिता लगी हुई है। इस तरह के फैसलों में MIC की सीधी भूमिका नहीं होती है।
उपनेता प्रतिपक्ष ने टूर पर सवाल खड़े किए
रायपुर नगर निगम उपनेता प्रतिपक्ष मनोज वर्मा ने कहा कि अगर राजस्व बढ़ाने का अध्ययन करना है तो इतनी बड़ी संख्या में लोगों को भेजने की क्या जरूरत है। अगर दूसरे शहर भेजना था तो 2 से 4 प्रतिनिधि बनाकर भेजा जा सकता था।
93 कर्मचारियों को भेज कर नगर निगम के पैसे का दुरुपयोग किया गया है। हम इसकी जांच की मांग करेंगे और बड़े अधिकारी से पूछा जाएगा कि इतनी राजस्व विभाग के अधिकारी और कर्मचारी घूमने के लिए क्यों भेजा गया।
जितना टारगेट दिया गया था वह टारगेट पूरा नहीं हुआ
मेयर इन काउंसिल के सदस्य श्रीकुमार मेनन ने कहा कि कर्मचारियों के कश्मीर, दिल्ली और चंडीगढ़ भेजे जाने का निर्णय नगर निगम कमिश्नर है। आयुक्त को लग रहा है कि अच्छी प्रगति हुई है, इसलिए राजस्व अमले से जुड़े 93 लोगों के डेलिगेशन को भेजा गया है। मेरी राय से रायपुर निगम में 100 करोड रुपए और राजस्व की आय होनी थी।
हमने जो खाली प्लॉट पर टैक्स लेने का निर्णय लिया है। शहर में 50 हजार अवैध नल कनेक्शन है, अगर उनके पैसे आ जाते। वहीं 60 से 70 हजार घर ऐसे हैं जिनके टैक्स अभी भी लंबित अगर ये टैक्स आते तो निश्चित तौर पर हमें 100 करोड रुपए की अतिरिक्त आय होती। राजस्व अमला यह वसूली करने का काम कर सकता था।
राजस्व का पैसा कर्मचारियों की सैलरी में जाता है
मेनन ने कहा कि अभी तक जो राजस्व वसूली हुई है वह तो बस कर्मचारियों की सैलरी में चली गई है। टूर का समय राजस्व वसूलने में हो सकता था। नगर निगम के राजस्व विभाग को और अधिक काम करने की आवश्यकता है। हमें उम्मीद है कि जब अमला वापस आएगा तो लगन से काम करेगा और निगम की वास्तविक आय को पूरा करने का योगदान देगा।
कई सवाल खड़े हो रहे
रायपुर निगम का राजस्व अमला 20 मई से टूर पर है ऐसे में अब कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं।
- कुछ कर्मचारी चंडीगढ़ गए हैं। वहां लोकसभा का चुनाव होना है ऐसे में वहां के अधिकारी चुनाव तैयारी छोड़कर क्या रायपुर नगर निगम से की टीम को अध्ययन करा पाएंगे ?
- रायपुर नगर निगम को अगर राजस्व का फायदा हुआ है तो कर्मचारी और अधिकारियों को टूर पर क्यों भेजा गया?
- जनप्रतिनिधियों के बिना जानकारी के आखिर निगम अमले को क्यों भेजा गया?
- उपनेता प्रतिपक्ष ने जांच की मांग की है। क्या जांच के बाद अधिकारियों और अफसरों पर कार्रवाई होगी?
- 10 जोन में राजस्व कर्मचारी टूर पर ऐसे में राजस्व वसूली का काम कैसे चल रहा है?
- 93 कर्मचारी अधिकारियों को आचार संहिता के बीच टूर पर क्यों भेजा गया ?
(Bureau Chief, Korba)