बिलासपुर: जिले में हीटवेव से मौत का सिलसिला जारी है। एक किसान शुक्रवार दोपहर को खेत से काम कर घर लौटा, तो उसकी तबीयत बिगड़ गई। जिसे इलाज के लिए अस्पताल लाया गया, जहां इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया। घटना सीपत थाना क्षेत्र की है। इससे पहले, जिले में लू से 3 लोगों की मौत हो चुकी है।
जानकारी के अनुसार, भिलमी निवासी बिरबल वर्मा (45) खेती-किसानी करता था। वो रोजी-मजदूरी भी करता था। शुक्रवार की सुबह वह खेत में काम करने गया था। दोपहर में वह काम करने के बाद घर लौटा, तब उसने बोला कि उसकी तबीयत ठीक नहीं लग रही है।
जिस पर परिजन उसे देर शाम सीपत स्थित अस्पताल लेकर गए, जहां उसकी हालत गंभीर होने पर उसे सिम्स रेफर कर दिया गया। सिम्स में इलाज के दौरान देर रात उसकी मौत हो गई। शुक्रवार को उसके शव का पोस्टमॉर्टम कराने के बाद परिजनों को सौंप दिया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
खेत से काम कर लौटा तो बिगड़ी तबीयत।
बिलासपुर में लू से अब तक 4 मौतें
बिलासपुर में नौतपा के बीच मई के आखिरी सप्ताह में पारा लगातार बढ़ने लगा। जिसके चलते हीटवेव की स्थिति बन गई, यह सिलसिला अब तक थमा नहीं है। लू की वजह से जिले में अब तक चार मौतें हो चुकी है। तीन दिन पहले सरगांव की एक महिला अपने घर के आंगन में बेहोश होकर गिर गई, जिसे इलाज के लिए अस्पताल लाया गया और उसकी मौत हो गई।
वहीं, गुरुवार दोपहर सीपत क्षेत्र में कोठार में गोबर थाप रही युवती की तबीयत बिगड़ गई और वह बेहोश हो गई। उसने भी अस्पताल में दम तोड़ दिया। जिसके बाद मंगला में रोड लाइंस के काम में लगे मध्यप्रदेश के अनूपपुर निवासी मजदूर की लू लगने से मौत हो गई।
नौतपा में लू लहर से है सब हलाकान
नौतपा पर इस साल रिकार्ड गर्मी रहा। अधिकतम तापमान के साथ न्यूनतम तापमान में भी जबरदस्त उछाल दिखा। 29 मई को सीजन की सबसे गर्म रात रही। पारा 32.4 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। शुक्रवार को मामूली गिरावट के साथ न्यूनतम तापमान 32 डिग्री सेल्सियस पर उतर गया। हालांकि, यह स्थिति में ठीक नहीं है। गर्म हवाओं के कारण सेहत पर बुरा असर पड़ रहा है। दो जून को नौतपा समाप्त होगा।
रात में भी चल रही गर्म हवाएं
मौसम वैज्ञानियों ने बिलासपुर सहित संभाग के जांजगीर-चांपा, कोरबा, मुंगेली, सक्ती और रायगढ़ समेत कई जिलों को आरेंज अलर्ट जारी किया है। यहां शुक्रवार की रात से गर्म हवाएं चल रही है। शनिवार को भी भी सुबह से भीषण गर्मी से लोगों का हाल बेहाल है, जिसका असर लोगों के स्वास्थ्य पर पड़ने लगा है। शनिवार रात में भी गर्म हवाएं चलने की संभावना है। ऐसे में लोगों को अपने स्वास्थ्य को लेकर विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता है।
भीषण गर्मी को देखते हुए कलेक्टर ने गाइडलाइन जारी किया है।
भीषण गर्मी को लेकर कलेक्टर ने जारी किया गाइडलाइन
कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी अवनीश शरण ने भीषण गर्मी से श्रमिकों और कर्मकारों के बचाव के लिए गाइडलाइन जारी किया है। जारी आदेश के अनुसार कार्यस्थल पर ठंडा वातावरण निर्मित कर उनकी सेहत का नियमित रूप से परीक्षण कराने के लिए कहा गया है। बता दें कि मौसम विज्ञान विभाग की चेतावनी के बाद कलेक्टर ने भीषण गर्मी को देखते हुए यह आदेश जारी किया है।
दरअसल, जिले में पिछले कुछ दिनों से तापमान लगातार 45 डिग्री से ऊपर रिकॉर्ड किया जा रहा है। जिला दंडाधिकारी व कलेक्टर ने जारी आदेश के अनुसार विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत कर्मकारों की कार्य अवधि को यथासंभव दिन के ठंडे समय में रिशड्यूल कराया जाए। उनको विश्राम के लिए अतिरिक्त समय दिया जाए। उनके विश्राम क्षेत्र का चिन्हांकन किया जाए। कार्य क्षेत्रों में पीने के पानी की पर्याप्त व्यवस्था कराए।
डिहाईड्रेशन से बचाव के लिए समुचित व्यवस्था करें। निर्माण कार्य में नियोजित कर्मकारों के लिए इमरजेंसी आइस पेक और उनके बचाव के लिए संसाधन उपलब्ध कराया जाए। स्वास्थ्य विभाग से समन्वय स्थापित कर नियोजित श्रमिकों के स्वास्थ्य परीक्षण किया जाना सुनिश्चित करें।
स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी किए गए परामर्श, निर्देशों का पालन किया जाना सुनिश्चत करें। सभी कर्मकारों के लिए छाया, साफ-पानी, आइसपैक के साथ प्राथमिक चिकित्सा किट ओआरएस आदि उपलब्ध कराया जाए। भीषण गर्मी को दृष्टिगत कार्य स्थल पर पर्याप्त वातानुकूलन की व्यवस्था कराए।
ऐसे कार्य जो भीषण गर्मी के कारण प्रभावित हो रही हो, अनिवार्य न हो, तो सवैतनिक अवकाश पर विचार किया जाए। गर्भवती महिलाओं और स्वास्थ्य समस्या वाले कर्मकारों पर अतिरिक्त ध्यान दिया जाना सुनिश्चित करें। कर्मकारों को लू की चेतावनी के बारे में भी नियमित रूप से सूचित करें।
(Bureau Chief, Korba)