Friday, March 29, 2024
Homeदेश-विदेशनर्स ने जिस डॉक्टर को मारा था थप्पड़, उनकी संदिग्ध परिस्थितियों में...

नर्स ने जिस डॉक्टर को मारा था थप्पड़, उनकी संदिग्ध परिस्थितियों में मौत; जानिए क्या बोली पुलिस

घर में मृत पाए गए डॉक्टर की दो हफ्ते पहले जिला अस्पताल में सरकारी कामकाज को लेकर एक नर्स से कहासुनी हो गई थी उसी को लेकर नर्स ने उन्हें थप्पड़ मार दिया था. तब उन्होंने पुलिस को पत्र लिख कर सुरक्षा की गुहार लगाई थी.

रामपुर: दो हफ्ते पहले रामपुर शहर के जिला अस्पताल स्थित इमरजेंसी वार्ड में नर्स और डॉक्टर के बीच हुई थप्पड़ बाजी की घटना से हड़कंप मच गया था. कोरोना काल की चुनौतियों और तनाव भरे हालात के बीच सामने आए उस वीडियो के वायरल होने के बाद डीएम रविंद्र कुमार ने सिटी मजिस्ट्रेट से जांच कराकर जहां डॉक्टर की सेवाएं समाप्त कर दी थी वहीं नर्स को सस्पेंड कर दिया. हालांकि बाद में डॉक्टर को भी तैनाती दे दी गयी थी. अब उन्हीं सीनियर डॉक्टर बीएम नागर की डेडबॉडी उनके सरकारी आवास से मिली है.

साथी डॉक्टरों ने किया सहयोग

डॉक्टर के रूम से लाश मिलने की खबर आग की तरह जिले में फैली. आनन फानन में उनके घर पहुंचे दो डॉक्टरों ने जांच करके उन्हें मृत घोषित कर दिया. जिला अस्पताल के सीनियर डॉक्टर का शव कई घंटे तक जिला अस्पताल कॉलोनी के परिसर में रहा. मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ आरके मित्तल ने प्राइवेट एंबुलेंस करके शव को भेज दिया पर पुलिस ने रास्ते में डेडबॉडी को रोक लिया था. कानूनी कार्रवाई पूरी होने के बाद डॉक्टर के शव को उनके पैतृक गांव भेजा गया

परिजनों ने किया पोस्टमार्टम कराने से इनकार

डॉक्टर के भाई ने पुलिस को लिख कर दिया वो अपने भाई के शव का पीएम नहीं कराना चाहते इसलिए बिना पीएम करवाए शव सौंपा जाए. उस पत्र को एसपी ऑफिस भेजा गया इसके बाद देर शाम शव को डॉक्टर के पैतृक गांव रवाना किया गया. 

डॉक्टर ने झगड़े के बाद पुलिस से कही थी ये बात

दो हफ्ते पहले जिला अस्पताल के डॉक्टर बीएम नागर की सरकारी कामकाज को लेकर एक नर्स से कहासुनी हो गई थी उसी को लेकर नर्स ने डाक्टर के थप्पड़ मार दिया. घटना से आहत डॉक्टर ने पुलिस अधीक्षक शुगन गौतम को पत्र लिख कर अपनी जानमाल की सुरक्षा की गुहार लगाई थी. ऐसे में जब उनकी लाश मिली तो पुलिस बॉडी का पीएम करवाना चाहती थी लेकिन ऐसा नहीं हो सका.

कई बीमारियों से पीड़ित थे डॉक्टर

परिजनों के अनुसार डॉक्टर को शुगर और हार्ट की प्रॉबलम थीं उनका इलाज भी चल रहा था. उनके साथी डॉक्टरों और परिजनों ने लिखित में दिया है कि वो स्वाभाविक मौत मरे हैं. डॉक्टरों और परिजनों के लिखित बयान के बाद उनका शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया.

जिला अस्पताल के सीएमएस आर के मित्तल ने कहा, ‘पहले पहल तो ये मौत नेचुरल मौत लग रही है. वो दवा खाते थे उन्हे ड्रिप भी लगी थी और बिस्तर पर दवाएं थीं. उनका बीपी और शुगर भी बढ़ जाता था जिससे वो परेशान रहते थे. हम भी चाहते थे कि उनकी मौत का कारण साफ हो लेकिन उनके परिजन ऐसा नहीं चाहते थे’.

RELATED ARTICLES
- Advertisment -

Most Popular