रायपुर: छत्तीसगढ़ में सरकार ने 18 से 44 वर्ष आयु वर्ग के लोगों के टीकाकरण के लिए अपना अलग ही पोर्टल बना लिया है। यह केंद्र सरकार के COWIN Portal से अलग है। आज शाम को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल इस पोर्टल का लोकार्पण करेंगे। इसमें इस आयु वर्ग में आने वाले लोगों के रजिस्ट्रेशन की सुविधा होगी।
स्वास्थ्य विभाग की ओर से बताया गया, इस पोर्टल की बीटा टेस्टिंग प्रक्रिया पूरी हो जाने के बाद शेड्यूलिंग और वैक्सीनेशन जैसी सुविधाएं भी उपलब्ध हो जाएंगी। यानी रजिस्टर्ड व्यक्ति पसंद के टीकाकरण केंद्र का चुनाव कर सकता है। वहीं अपनी सुविधा के अनुसार समय का भी चयन कर सकता है।
बताया गया, जिन लोगों के पास स्मार्ट फोन अथवा इंटरनेट की सुविधा नहीं है, ऐसे लोगों के लिए हेल्प डेस्क बनाया जाएगा। सभी पंचायत मुख्यालयों, नगरीय निकायों के मुख्यालयों एवं नगर निगम मुख्यालयाें के अलावा कुछ चुनिंदा स्थानों पर बने इन हेल्प डेस्क के जरिए ऐसे लोगों का पंजीयन होगा। स्थानीय प्रशासन को हेल्प डेस्क के संबंध में प्रचार-प्रसार की जिम्मेदारी दी गई है ताकि अधिक से अधिक लोग इसका फायदा उठा सकें।
चार अलग-अलग कैटेगरी में रजिस्ट्रेशन की सुविधा
बताया जा रहा है, इस पोर्टल में टीकाकरण के लिए बनाए गए चार अलग-अलग कैटेगरी में रजिस्ट्रेशन की सुविधा उपलब्ध है। अन्त्योदय, अन्नपूर्णा, निराश्रित और गरीबी रेखा से नीचे आने वाले लोगों को इसमें अपने राशन कार्ड का विवरण भी देना होगा। फ्रंट-लाइन वर्कर्स को भी डीटेल देना होगा। शेष वर्ग को आधार अथवा किसी अन्य मान्य पहचान पत्र का विवरण साझा करना होगा।
अभी भीड़ से जूझ रहे हैं शहरी केंद्र
राज्य सरकार एक केंद्र पर चार अलग-अलग काउंटर के जरिए यह टीका लगा रही है। इसमें अन्त्योदय, BPL, APL और फ्रंटलाइन वर्कर्स का अनुपात तय है। ऐसे में शहरी टीकाकरण केंद्रों पर भारी भीड़ हो रही है। यहां फ्रंटलाइन वर्कर्स और APL श्रेणी के लोगों की संख्या अधिक है। पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन सुविधा शुरू होने से इस भीड़ से निजात मिल सकती है।
इन मान से हो रहा है टीकाकरण
सरकार की योजना के मुताबिक किसी केंद्र पर कुल उपलब्ध वैक्सीन का 20% फ्रंटलाइन वर्कर और कोमार्बिडिटी (गंभीर बीमारियों से पीड़ित) वाले लोगों के लिए है। वैक्सीन का 12% अन्त्योदय, निराश्रित, अन्नपूर्णा और नि:शक्त श्रेणी के राशन कार्ड वालों के लिए उपयोग हो रहा है। वैक्सीन का 16% हिस्सा APL श्रेणी के लोगों के लिए और सबसे बड़ा 52% हिस्सा BPL श्रेणी के कार्ड धारकों के लिए सुरक्षित है।