रायपुर: छत्तीसगढ़ की इकलौती कांग्रेस सांसद ज्योत्सना महंत ने अपनी जीत और बीजेपी की सरोज पांडेय की हार को लेकर बयान दिया है। उन्होंने कहा कि सरोज पांडेय ने मेरे बारे में कुछ ऐसी बातें कही थीं, जो वहां के मतदाताओं और हमारे कांग्रेस कार्यकर्ताओं दोनों को बुरी लगीं। पहले मुझे वे भाभी कहती थीं, अब बोलेंगी कि नहीं मुझे नहीं पता।
ज्योत्सना महंत ने कोरबा के मतदाताओं का धन्यवाद देते हुए कहा कि उन्होंने मुझे दूसरी बार सेवा का अवसर दिया है। मैं अपनी जीत का सेहरा कोरबावासियों, हमारे कार्यकर्ताओं और अपने परिवार के सिर बंधना चाहती हूं। इन लोगों ने बहुत मेहनत की। इसी का नतीजा है कि हम कोरबा जीत सके।
ज्योत्सना महंत ने कहा- सरोज पांडेय मुझे बड़े प्रेम से भाभी कहा करती थीं। अब बोलेंगी कि नहीं, मुझे नहीं पता, पर मैं उन्हें शुभकामनाएं देती हूं।
कोरबा की जनता ने दिया करारा जवाब
ज्योत्सना ने कहा कि कोरबा की जनता ने बीजेपी और उसकी प्रत्याशी सरोज पांडेय को करारा जवाब दिया है। उन्होंने मुझ पर आरोप लगाया कि मैं निष्क्रिय हूं, लापता हूं। इसका करारा जवाब हमारे कार्यकर्ताओं और हमारे मतदाताओं ने उन्हें दिया है। मैं कोरबा की जनता का आभार व्यक्त करती हूं।
पहले मुझे भाभी कहती थीं, अब क्या बोलेंगी पता नहीं
सरोज पांडेय को लेकर कोरबा सांसद ने कहा कि वह महिला हैं, समझदार हैं, पार्टी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रहीं, बड़े स्तर की नेता हैं। उन्होंने जो मेरे लिए बोला वह किसी महिला के लिए उचित नहीं है। दूसरी महिला के लिए इस तरह के शब्दों का इस्तेमाल करना ठीक नहीं। वह पहले मुझे बड़े प्रेम से भाभी कहा करती थीं। अब बोलेंगी कि नहीं, मुझे नहीं पता, पर मैं उन्हें शुभकामनाएं देती हूं।
ज्योत्सना महंत ने दूसरी बार कांग्रेस के टिकट पर कोरबा लोकसभा चुनाव जीता है। वे छत्तीसगढ़ में पार्टी की एकमात्र सांसद हैं।
छत्तीसगढ़ में रेलवे सुविधाएं बेहतर करने की मांग
ज्योत्सना महंत ने कहा कि मैंने बीते 5 सालों में लगातार प्रदेश में रेल सुविधाओं को लेकर सवाल खड़े किए हैं। लेकिन कभी भी केंद्र सरकार ने इसे संज्ञान में नहीं लिया। अभी 15 दिन पहले मुझे रेल मंत्री मिले थे, तो उन्होंने मुझे कहा कि अभी 3 साल और लगेंगे। अब तो डबल इंजन की सरकार है। अब तक 6 महीने से उनकी राज्य में सरकार है, लेकिन उन्होंने इस पर कोई काम नहीं किया।
इससे पहले भी छत्तीसगढ़ से बीजेपी के 9 सांसद रहे, लेकिन उन्होंने कभी भी प्रदेश के मुद्दों पर मेरा साथ नहीं दिया। अब एक बार फिर से मैं पूर्ण रूप से छत्तीसगढ़ के लिए लड़ाई लडूंगी।
कोरबा से राजस्व लेते हैं, पर सुविधाएं नहीं देते
संसद में मैंने यह भी बात उठाई थी कि कोरबा से राजस्व तो लिया जाता है, लेकिन वहां पर सुविधा नहीं दी जातीं। वह मिनी भारत की तरह है। जहां देश के अलग-अलग हिस्सों से लोग आकर रह रहे हैं। जाहिर है कि उन्हें यात्री सुविधाएं रेलवे को देना चाहिए। इस बार मेरी कोशिश रहेगी की केवल कोरबा नहीं, बल्कि छत्तीसगढ़ में भी बंद की गई ट्रेनें शुरू की जाएं।
(Bureau Chief, Korba)