सूरजपुर: जिले के रामानुजनगर थाने में पदस्थ ASI माधव सिंह को 10 हजार रिश्वत लेते सरगुजा एसीबी की टीम ने रंगे हाथों पकड़ा है। दरअसल, जमीन विवाद के मामले में दो पक्षों में मारपीट हुई थी। ASI ने एक पक्ष के खिलाफ धारा बढ़ाने के लिए 30 हजार रुपए की डिमांड मांगी थी, लेकिन 10 हजार में सौदा हुआ।
जानकारी के अनुसार, रामानुजनगर थाने के ग्राम सुरता निवासी ग्रामीणों के बीच जमीन विवाद को लेकर कुछ दिनों पहले विवाद हुआ था। जनपद सदस्य शिवमंगल सिंह के भाई पर ग्रामीणों ने कुल्हाड़ी से हमला कर घायल कर दिया था। शिकायत पर पुलिस ने सामान्य मारपीट और गाली-गलौज की धाराएं लगाई थी।
एएसआई माधव सिंह और सहयोगी मोहमुद्दीन रिश्वत लेते गिरफ्तार।
धारा बढ़ाने मांगी 30 हजार रुपए रिश्वत
इस मामले में जनपद सदस्य शिवमंगल सिंह ने थाने में संपर्क किया, तो थाने में पदस्थ एएसआई माधव सिंह ने मामले में धारा 307 जोड़ने के लिए 30 हजार रुपये रिश्वत की मांग की। जिसकी शिकायत शिवमंगल सिंह ने एसीबी अंबिकापुर से की। एसीबी की टीम ने फोन पर बात कर रिश्वत मांगने की पुष्टि कराई। जिस पर एएसआई पैसे लेकर धारा बढ़ाने के लिए तैयार हो गए।
ACB ने रंगे हाथों पकड़ा
अंबिकापुर से एसीबी डीएसपी प्रमोद कुमार खेस की टीम बुधवार दोपहर रामानुजनगर पहुंची। शिवमंगल सिंह को केमिकल लगे 10 हजार रुपए लेकर थाने भेजा गया। एएसआई माधव सिंह ने सहयोगी मोहमुद्दीन के हाथों रिश्वत की रकम 10 हजार रुपए ले लिया। जैसे ही उसने एएसआई को रिश्वत के पैसे दिए, वैसे ही एसीबी की टीम ने उन्हें रंगे हाथों धर दबोचा।
इस मामले में एसीबी ने एएसआई माधव सिंह और सहयोगी मोहमुद्दीन को भी गिरफ्तार कर लिया है। उनके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 7, 12 के तहत केस दर्ज किया गया है। अब दोनों आरोपी को कोर्ट में पेश किया जाएगा।
एसीबी ने एसडीएम और तीन कर्मियों को रिश्वत लेते किया था गिरफ्तार।
एक सप्ताह में दूसरी बड़ी कार्रवाई
सरगुजा एसीबी की टीम की एक सप्ताह में यह दूसरी बड़ी कार्रवाई है। इससे पहले, शुक्रवार को टीम ने सरगुजा के उदयपुर एसडीएम बीआर खांडे, कार्यालय के रीडर, भृत्य और गार्ड को 50 हजार रुपए रिश्वत लेते गिरफ्तार किया था। चारों को जेल भेज दिया गया है।
(Bureau Chief, Korba)