सूरजपुर: जिले में स्कूली बच्चों का भविष्य खतरे में है। स्कूलों में शिक्षक शराब पीकर आ रहे हैं। छात्र और परिजनों का आरोप है कि रामानुजनगर ब्लॉक के सुरता ग्राम पंचायत के छतापारा प्राथमिक स्कूल के हेडमास्टर शराब के नशे में धुत रहते हैं। बीओ ने शिक्षक पर कार्रवाई के लिए जिला के अधिकारियों को प्रतिवेदन भेजा है।
परिजनों ने आरोप लगाया है कि हेडमास्टर समय लाल शराब के नशे में स्कूल आते हैं। बच्चों को गाली गलौज और मारपीट करते हैं। जब मन करता है हाजिरी लगा कर चले जाते हैं।
रामानुजनगर ब्लॉक के सुरता ग्राम पंचायत के छतापारा प्राथमिक स्कूल के हेडमास्टर शराब के नशे में धुत
सर शराब के नशे में आते हैं और चले जाते हैं
छात्रों के अभिभावकों ने हेडमास्टर समय लाल की शिकायत विकासखंड शिक्षा अधिकारी से की, तो उन्होंने स्कूल का निरीक्षण किया। जब स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों से इस संबंध में पूछा गया तो बच्चों ने दबी जुबान में कहा कि सर शराब के नशे में आते हैं और चले जाते हैं।
हेडमास्टर समय लाल शराब के नशे में धुत पहुंचे स्कूल।
कोई बताए तो मैंने कब शराब पी है
वहीं शिक्षक समय लाल से जब इस संबंध में परिजनों ने सवाल किया तो वह भड़क उठे। वह कहने लगे कि कोई बताए तो मैंने कब शराब पी है। सारे आरोप गलत हैं, जिसके बाद सरपंच और गांव के लोगों ने इसकी जानकारी बीओ को दी। शिकायत मिलने के बाद अपने सहयोगियों के साथ बीओ स्कूल पहुंचे। छात्रों सहित ग्रामीणों से जानकारी ली।
स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों से इस संबंध में पूछा गया तो बच्चों ने दबी जुबान में कहा कि सर शराब के नशे में आते हैं और चले जाते हैं।
शिक्षक पर जल्द होगी कार्रवाई
उन्होंने बताया कि जांच में पता चला है कि शिक्षक शराब के नशे में स्कूल आया था। इससे पहले भी शिक्षक को माफी मांगने पर छोड़ दिया गया था। अब वह फिर से शराब पीकर स्कूल आ रहा है, इसलिए रिपोर्ट तैयार कर जिले के वरिष्ठ अधिकारियों को भेज दी गई है। जल्द ही शिक्षक के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
(Bureau Chief, Korba)