कोरबा। आपदा को कई पुलिसकर्मी अवसर में बदल रहे हैं. कोरबा के करतला थाना में पदस्थ सहायक उप निरीक्षक अशोक खांडेकर भी उन्हीं में से एक है. बैरियर नाका के पास आने-जाने वाले लोगों से दुर्व्यवहार कर उनसे पैसे की डिमांड करता था. मामले की शिकायत के बाद पुलिस अधीक्षक अभिषेक मीणा ने सहायक उप निरीक्षक अशोक खांडेकर को निलंबित कर दिया है.
बिना चालान किए ग्रामीण से ले लिया 500 रुपए
मिली जानकारी के मुताबिक करतला थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत रामपुर निवासी मोहनलाल श्रीवास (45 वर्ष) आम का अमचूर लेकर वापस अपने घर वापस आ रहा था. इस दौरान करतला थाने में पदस्थ सहायक उप निरीक्षक अशोक खांडेकर जंगल के रास्ते में उसे रोक लिया. उसके साथ गाली गलौच, मारपीट और गाड़ी को भी लात मारकर गिरा दिया. ग्रामीण के बताए अनुसार हाथ में रखे रुपए को भी फेंक दिया और ग्रामीण से 500 रुपए बिना किसी चालान किए ही अपना खर्चा लेकर चलते बना.
एसपी ने एएसआई को किया निलंबित
रामपुर के कई ग्रामीणों की शिकायत है कि अशोक खांडेकर की ड्यूटी रामपुर बेरिकेटिंग में लगाई गई है, लेकिन इस करोना महामारी के बीच गरीबों से पैसे की मांग की जाती है. कोरबा एसपी अभिषेक मीणा को इसकी जानकारी दी गई. मामले की जानकारी लगते ही एसपी ने करताना थाना में पदस्थ सहायक उप निरीक्षक अशोक खांडेकर को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है.
टीआई करेंगे मामले की जांच
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कीर्तन राठौर ने बताया कि करतला थाने में पदस्थ सहायक उपनिरीक्षक अशोक खांडेकर के खिलाफ ग्रामीणों से दुर्व्यहार और पैसे मांगने की शिकायत गई थी. ऐसी शिकायत मिलने पर मामले को गम्भीरता से लेते हुए उसे तत्काल निलंबित कर दिया गया है. मामले की जांच के लिए करतला थाना प्रभारी को जांच अधिकारी बनाया गया है.