कवर्धा। कबीरधाम जिले के दशरंगपुर चौकी क्षेत्र में एक हृदय विदारक घटना सामने आई है। इसमें प्रेमी राम आशीष उपाध्याय ने अपनी प्रेमिका सपना विश्वकर्मा की हत्या कर दी और उसके शव को केशकाल घाटी में फेंक दिया। इस मामले में पुलिस ने गंभीरता से जांच की, तब इस गंभीर अपराध का खुलासा हुआ।
मां ने दर्ज कराई थी शिकायत
कवर्धा निवासी सावित्री विश्वकर्मा मृतका सपना की मां ने 8 अगस्त 2024 को दशरंगपुर चौकी में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उनकी बेटी 23 जुलाई को शासकीय स्कूल बाघामुडा से घर लौट रही थी और अब तक घर नहीं पहुंची। जिसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की।
पुलिस ने खंगाली मोबाइल कॉल डिटेल
पुलिस ने मृतका के मोबाइल नंबर का कॉल डिटेल रिकार्ड (सीडीआर) जांचा और संदेही व आरोपी राम आशीष उपाध्याय और रघुनाथ साहू की पहचान की। जब पुलिस टीम राम आशीष के घर भिलाई पहुंची तो वह घर पर नहीं मिला। इसके बाद दूसरे संदेही सह आरोपित रघुनाथ साहू को लोलेसरा थाना बेमेतरा से हिरासत में लेकर पूछताछ की गई।
स्कार्पियो में डालकर केशकाल में फेंका शव
पूछताछ में रघुनाथ ने बताया कि राम आशीष और सपना उसके घर में किराए पर रहते थे और दोनों के बीच अक्सर झगड़ा होता रहता था। 1 और 2 अगस्त की रात राम आशीष ने उसे फोन करके बुलाया और बताया कि घर में सांप घुस गया है। जब वह वहां पहुंचा तो उसने देखा कि सपना मृत पड़ी थी। रघुनाथ ने बताया कि राम आशीष ने ही सपना का गला घोंटकर उसकी हत्या की थी। इसके बाद शव को केशकाल घाटी में फेंक दिया।
सपना का शव बरामद
पूछताछ के दौरान रघुनाथ साहू की निशानदेही पर पुलिस ने सपना के शव को बरामद किया। इसी बीच बेमेतरा से सूचना मिली कि शिवनाथ नदी से एक अज्ञात पुरुष का शव बरामद हुआ है। जेब से मिले आधार कार्ड और फोटो के आधार पर उसकी पहचान राम आशीष उपाध्याय के रूप में हुई।
इससे स्पष्ट हो गया कि राम आशीष की भी मृत्यु हो चुकी है। पुलिस ने घटना की गहनता से जांच करते हुए आरोपित राम आशीष और रघुनाथ के खिलाफ मामला दर्ज किया है। आरोपित रघुनाथ साहू की गिरफ्तारी के बाद उससे पूछताछ में मिले तथ्यों के आधार पर सपना के शव को बरामद कर लिया गया है।
(Bureau Chief, Korba)