अंबिकापुर: अक्षत अग्रवाल मर्डर केस का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है। उसके परिजन पुलिस की अब तक की जांच से संतुष्ट नहीं है। उनका कहना है कि आरोपी पूर्व में भी कई अपराधों में संलिप्त रहा है। ऐसे में उसकी बातों पर भरोसा नहीं किया जा सकता है। वहीं पुलिस ने पिछले दिनों आरोपी के बयान के आधार पर ही मामले का खुलासा किया था। इसी बीच पुलिस ने दोबारा पूछताछ के लिए आरोपी को 3 दिन की रिमांड पर लिया है। रिमांड के दूसरे दिन रविवार को पुलिस आरोपी को लेकर घटना दिवस अक्षत के साथ उसके सभी लोकेशन तथा क्राइम सीन पर पहुंची।
गौरतलब है कि शहर के मनेंद्रगढ़ मार्ग स्थित अंबिका स्टील के संचालक महेश केडिया के पुत्र अक्षत अग्रवाल की 20 अगस्त की शाम शहर से लगे चठिरमा जंगल में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले का आरोपी भगवानपुर निवासी संजीव मंडल उर्फ भानू बंगाली गिरफ्तार हो चुका है।
आरोपी ने पुलिस को जो बयान दिया था, उसके अनुसार अक्षत अग्रवाल ने ही उसे गोली मारने कहा था। पहली गोली भी अक्षत ने चलाई थी, इसके बाद उसने 2 बार उसके सीने में गोली मारी थी। पुलिस की काफी कोशिशों के बाद भी कोई नई बात सामने नहीं आ सकी थी। इसके बाद पुलिस ने उसे 22 अगस्त को जेल भेज दिया था।
इधर परिजन पुलिस की जांच से संतुष्ट नहीं है। वहीं पूरा शहर यह जानना चाहता है कि आखिर अक्षत ने खुद को गोली मारने की सुपारी क्यों दी? इसे लेकर पुलिस पर दबाव बढ़ता जा रहा है। वहीं अग्रवाल समाज भी चरणबद्ध आंदोलन की बात कह रहा है।
3 दिन की रिमांड पर आरोपी
इधर पुलिस ने पूछताछ के लिए आरोपी को 3 दिन की रिमांड पर लिया है। पुलिस अब उससे नए सिरे से पूछताछ कर रही है। रिमांड के दूसरे दिन रविवार को पुलिस उसे घटना दिवस 20 अगस्त को उन सभी लोकेशन पर लेकर पहुंची, जहां अक्षत व आरोपी गए थे। क्राइम सीन पर भी पुलिस पहुंची थी।
पिता का कहना- अक्षत के गायब हैं 12-15 लाख रुपए
इधर अक्षत के पिता का कहना है कि आरोपी के मोबाइल की सीडीआर, फेसबुक, इंस्टाग्राम व व्हाट्सएप की जांच होनी चाहिए। अक्षत की आलमारी में हमेशा 12-15 लाख रुपए होते थे, जो गायब हैं।
पिता का कहना है कि अक्षत भी जमीन का कारोबार करना चाहता था, कहीं हत्या के पीछे वही वजह तो नहीं है। अक्षत के पिता ने हत्या में अन्य लोगों के शामिल होने की भी आशंका जताई है।
आरोपी ने अब तक ये बातें ही बताईं
पुलिस की अब तक की पूछताछ में आरोपी अपने बयान पर अडिग है। उसका कहना है कि 20 अगस्त को अक्षत ने शाम को फोन कर उसे साईं कॉलेज के पास बुलाया था। वह वहां बाइक से पहुंचा था। जबकि कार लेकर अक्षत आया और साथ चलने कहा। फिर उसने वहीं अपनी बाइक छोड़ दी और कार में बैठ गया।
रास्ते में उसने पूछा कि किसे मारना है तो अक्षत ने कहा कि मुझे। इसके बदले अक्षत ने 50 हजार रुपए व सोने की चेन भी दी। इसके बाद वह चठिरमा जंगल के सूनसान जगह पर ले गया और मुझे पिस्टल देकर गोली मारने कहा। जब वह गोली नहीं चला पाया तो अक्षत ने पहली गोली खुद ही अपने ऊपर चलाई। इसके बाद उसने उसके हाथ से पिस्टल लेकर उसे 2 गोली और मार दी थी।
आरोपी से की जा रही है पूछताछ
गांधीनगर टीआई प्रदीप जायसवाल का कहना है कि आरोपी को 3 दिन की रिमांड पर लिया गया है। घटना दिवस आरोपी की विभिन्न गतिविधियों व मौके पर ले जाकर पूछताछ की जा रही है। आरोपी अब तक पूर्व की कहानी दोहरा रहा है।
(Bureau Chief, Korba)