कोरबा: छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले के 10 माह के बच्चे को गोद में लेकर हसदेव नदी में स्नान करने गई महिला तेज बहाव में बह गई। चरवाहे ने महिला को बचा लिया। लेकिन नदी की धारा से बच्चे को बाहर नहीं निकाल सका। राज्य आपदा प्रबंधन विभाग की टीम नदी में बच्चे की तालाश कर रही है।
बच्चे को नहीं बचा सके
विकासखंड पोड़ी उपरोड़ा अंतर्गत ग्राम कछार में विनोद कुमार कंवर का परिवार रहता है। शनिवार सुबह विनोद की पत्नी सुनिता कंवर उम्र 25 वर्ष अपने 10 माह के बच्चे दुष्यंत को गोद में लेकर नदी में स्नान करने गई थी। वह बच्चे को लेकर नदी के किनारे पहुंची। इस बीच संतुलन बिगड़ गया। मां-बेटे दोनों नदी में बहने लगे। यह देखकर पास में मवेशियों को चरा रहे एक चरवाहे की नजर पड़ी। उसने दोनों को बचाने के लिए नदी में छलांग लगा दिया। चरवाहे ने सुनिता को सुरक्षित बाहर निकाल लिया। लेकिन वह बच्चे को बचा नहीं सका। उसकी नजर के सामने बच्चा नदी में बह गया।
जब तक चरवाहा सुनिता को बाहर निकालता। सुनिता ने काफी पानी पी लिया था। चरवाहे ने घटना की जानकारी आसपास के लोगाें को दिया। स्थानीय लोगाें की मदद से महिला की प्राथमिक उपचार की गई। उसके सीने और पीठ का दबाकर पेट से पानी निकाला गया। इसके थोड़ी देर बाद महिला को होश आया। घर वाले महिला को लेकर घर पहुंचे।
हसदेव नदी में बच्चे की तालाश जारी
परिवार के सदस्यों ने गांव वालों के साथ मिलकर आसपास नदी किनारे बच्चे का खोजबीन किया। लेकिन बच्चा नहीं लिया। तब गांव के सरपंच ने रविवार को बांगो थाना पहुंचकर मामले की जानकारी पुलिस को दी। पुलिस घटनास्थल पर पहुंची। राज्य आपदा प्रबंधन विभाग की टीम को घटनास्थल पर बुलाया गया। बच्चे की तालाश रविवार से जारी है। सोमवार को भी टीम ने बोट (नाव) के सहारे हसदेव नदी में बच्चे की तालाश जारी रखा। सुबह से शाम को गया। लेकिन बच्चा नहीं मिला।
(Bureau Chief, Korba)