.लड़के के पिता का कहना कोई अज्ञात व्यक्ति ले गया बहला-फुसलाकर
मुरैना: तीन दिन ससुराल में रही, चौथे दिन ससुराल से जेवर समेटकर, रात में छत से कूदकर भाग गई। अपने ससुराल वालों को लूटकर भागने का यह दिलचस्प मामला पोरसा कस्बे के खेरिया गांव में घटित हुआ है। घटना के बाद से क्षेत्र में इस बात की चर्चा जोरों पर है। इस घटना से आहत पति व उसके पिता जब लड़की के पिता के यहां गए तो उन्होने भी यह कहकर कहकर पल्ला छाड़ लिया कि उनकी लड़की को गिरफ्तार करा दो। अंत में इज्जत व धन से लुटे-पिटे दोनों पिता-पुत्र पोरसा थाने पहुंचे और अपने साथ हुए छल व लूट की रिपोर्ट दर्ज कराई।
शादी का का कार्ड
सुरजीत पुत्र रामसनेही माहौर, उम्र 24 साल, निवासी खेरिया की शादी रामवीर माहौर की बेटी ज्योति, निवासी तुस्सीपुरा, पोरसा के साथ 8 मई 2021 को हुई थी। शादी के दौरान किसी प्रकार की कोई बात सामने नहीं आई। शादी हो गई और ज्योति अपने ससुराल आ गई। उसके दो दिन बाद 10 मई को उसकी दूसरी विदा हो गई। तीन दिन वह हंसी-खुशी अपने पति व ससुराल वालों के साथ रही। 13 मई को रात को खाना खाने के बाद ज्योति घर में बने अलग कमरे में सोने चली गई। अगली सुबह जब घर के सदस्य जागे तो देखा घर से दुल्हन गायब है। ससुरालियों ने उसे आस-पास खोजा लेकिन वह नहीं मिली। जब उन्होंने बहू ज्योति के जेवर तलाशे तो वह भी गायब मिले। जेवर लगभग 6 लाख रुपए के बताए जाते हैं। जेवर गायब होने पर वे समझ गए कि उनकी बहू घर से भाग गई है। पति सुरजीत एवं उसके पिता तुरंत ज्योति के पिता से मिलने उनके गांव तुस्सीपुरा पहुंचे तथा उन्हें पूरी बात बताई। बात जानने के बाद लड़की के पिता रामवीर माहौर ने यह कहकर पल्ला झाड़ लिया कि उसको पुलिस में पकड़वा दो। बाद में रामसनेही द्वारा अधिक विनती करने पर वह अपने समधी व दामाद के साथ थाने पहुंचे तथा रिपोर्ट लिखवाते समय मौजूद रहे।
पति सुरजीत माहौर
पति का मोबाइल भी ले गई ज्योति
ससुराल से जाते वक्त ज्योति अपने पति का मोबाइल भी ले गई, जिससे वह किसी को फोन भी न लगा सके। घटना के बाद दोनों-पिता पुत्र ने उसे उसकी सभी रिश्तेदारों के यहां तलाशा लेकिन वह नहीं मिली। पुलिस को लिखाई रिपोर्ट में ससुर रामसनेही माहौर ने शंका व्यक्त की है कि कोई अज्ञात व्यक्ति उनकी पुत्रवधू को बहला-फुसलाकर ले गया है। इस मामले को लगभग बीस दिन बीतने को हैं लेकिन पुलिस अभी तक उसकी पुत्रवधू का पता नहीं लगा सकी है।
लड़के का पिता रामसनेही माहौर