जयपुर: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गुरुवार को कोरोना के नए वैरिएंट पर चिंता जाहिर की। गहलोत ने कहा कि राजस्थान में कोरोना के डेल्टा वैरिएंट ने कहर बरपाया है। इस का बात का खुलासा बुधवार को आई रिपोर्ट से हुआ। दूसरी लहर में इसी की वजह से प्रदेश में इतनी मौतें हुईं और स्थिति बदतर हो गई। गहलोत ने यह बात वैटरिनरी भवनों के वर्चुअल उद्धाटन समारोह में कहीं। जीनोम सिक्वेंसिंग से पता चला कि कोरोना का डेल्टा वैरिएंट बहुत खतरनाक है। यह वैरिएंट यूके, अमेरिका, सिंगापुर सहित कई देशों में फैला है।
गहलोत ने कहा कि डेल्टा वैरिएंट के डर से लंदन में लॉकडाउन खुलने पर रोक लग गई। हमें डर है कि यह वैरिएंट इतना घातक न हो जाए कि वैक्सीन को ही बाईपास न कर दे। कहीं वैक्सीन के प्रभाव को ही खत्म नहीं कर दे। उन्होंने कहा कि ऐसी जानकारी जब आती है तो हम सबका फर्ज बनता है कि जनता के साथ इसे साझा किया जाए ताकि वे भी सावधानी बरतें।
प्रदेश में लगातार कम हो रहे एक्टिव केस
प्रदेश में पिछले कई दिनों से कोरोना के केस लगातार कम हो रहे हैं। अब प्रदेश में 10 हजार एक्टिव केस बचे हैं। महीने भर पहले यह संख्या दो लाख के करीब थी। लॉकडाउन लगने के बाद जून में कोराना का ग्राफ तेजी से गिरने लगा है। सरकार अब 10 हजार से कम एक्टिव केस होने पर वीकेंड कर्फ्यू भी हटा सकती है।
क्या है डेल्टा वैरिएंट?
भारत में कोरोना की दूसरी लहर के पीछे कोरोना वैरिएंट B.1.167.2 ही था। यह सबसे पहले भारत में ही पाया गया था। अक्टूबर 2020 इसका पता चला था। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) ने इस वैरिएंट को ‘डेल्टा वैरिएंट’ नाम दिया गया था। ये स्ट्रेन अब तक दुनिया के करीब 53 देशों में मिल चुका है।
भारत में डेल्टा वैरिएंट से 1.80 लाख मौतें
भारत में दूसरी लहर 11 फरवरी से शुरू हुई थी और अप्रैल में भयावह हो गई थी। एक स्टडी में देश में कोरोना का वैरिएंट डेल्टा सुपर इन्फेक्शियस मिला है, जो दूसरी लहर के दौरान काफी तेजी से फैला। इसने ही भारत में 1.80 लाख से ज्यादा लोगों की जान ली है।