- पेयजल के लिए ना तो लंबी दूरी तय करनी पड़ती है और न ही इंतजार, महिलाओं की मुश्किलें हुई दूर
रायपुर: पेयजल मनुष्य की बुनियादी और सर्वप्रमुख आवश्यकता में से एक है। लेकिन आज भी ग्रामीण क्षेत्र के बहुत बड़े वर्ग को पेयजल एवं निस्तारी हेतु पानी की उपलब्धता के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ती थी। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के मार्गदर्शन में राज्य सरकार हर वर्ग के विकास के लिए प्रतिबद्ध है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के कुशल नेतृत्व में केन्द्र सरकार के द्वारा राष्ट्रीय जल जीवन मिशन योजना के तहत देश के हर घर में नल कनेक्शन प्रदाय कर शुद्ध पेयजल की उपलब्धता हेतु कार्य किया जा रहा है। यह योजना देश लोगों के स्वास्थ्य उन्नयन के लिए कारगर योजना साबित हो रहा है।
प्रदेश के आदिवासी बहुल सूरजपुर जिले के विकासखण्ड-सूरजपुर अंतर्गत ग्राम पंचायत-सम्बलपुर के ग्राम हिराडबरी के ग्रामीणों को पेयजल एवं निस्तारी हेतु समुचित मात्रा में पानी की उपलब्धता सुनिश्चित कराने से आज यह योजना ग्रामवासियों के लिए संजीवनी साबित हो रही है। इस योजना के शुरू होने के पूर्व ग्राम हिराडबरी के ग्रामीणों को दूर जाकर पानी का प्रबंध करना पड़ता था। पूर्व में ग्रामीण पीने के पानी के लिए कुएँ पर निर्भर थे जिसमें गर्मीयों के मौसम में जल स्तर कम होने से पर्याप्त मात्रा में पानी उपलब्ध नहीं हो पाता था तथा बरसात आने पे कुएँ में मटमैला पानी भर जाता है। जिसमें पीने का पानी की बहुत बड़ी समस्या खड़ी हो जाती थी।
परन्तु आज इस योजना के सफल क्रियान्वयन के फलस्वरूप ग्राम की महिलाओं को काफी सुविधा हो रही है। ग्रामीण महिलाएं को पानी के लिए काफी समस्या का सामना करना पड़ता था जिसके कारण उन्हें समय पर अपने घरेलु जिम्मेदारियों का निर्वहन करने में कठिनाई होती थी। आज जल जीवन मिशन के अंतर्गत ग्राम के सभी घरों में नल के माध्यम से पर्याप्त मात्रा में शुद्ध पेयजल उपलब्ध हो रहा है। जिसके कारण ग्रामीणों को पेयजल एवं निस्तारी हेतु समुचित मात्रा में पानी की प्रबंध के लिए किसी प्रकार की कठिनाई नही हो रही है। उन्होंने बताया कि इस योजना से अब पानी सुबह शाम दो समय घरों तक उपलब्ध होता है। जिससे ग्रामवासी बहुत खुश और लाभान्वित नजर आये।
इस योजना की सराहना करते हुए ग्राम के लोगों ने कहा कि निश्चित रूप से इस योजना के फलस्वरूप हम ग्रामीणों के जीवन में बहुत बड़ा बदलाव हुआ है। हमारे सेहत की सुरक्षा के साथ-साथ समय की भी बचत हो रही है। अब हम घरेलु एवं अन्य जरूरी कार्यों को समय पर कर पा रहे हैं। अब ग्रामीण सुखद भविष्य के लिए पूरी तरह से आशान्वित होकर जल संकट की समस्या से भी मुक्त हुए हैं।
(Bureau Chief, Korba)