तेल अवीव: इजराइल की कैबिनेट ने शनिवार, यानी आज हमास के साथ सीजफायर डील को मंजूरी दे दी है। टाइम्स ऑफ इजराइल के मुताबिक यह युद्ध विराम रविवार, यानी कल से लागू होगा। इजराइली मंत्रियों ने समझौते के पक्ष में 24-8 मतों से मतदान किया। प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के ऑफिस ने शनिवार सुबह बयान जारी कर कहा सरकार ने बंधक वापसी की योजना को मंजूरी दे दी है।
ये डील 3 फेज में पूरी होगी। पहले फेज में हमास इजराइल से किडनैप किए गए 33 बंधकों को रिहा करेगा। साथ ही इजराइली सेना गाजा की सीमा से 700 मीटर पीछे लौटेगी। इजराइल में न्याय मंत्रालय ने भी 95 फिलिस्तीनी कैदियों की लिस्ट जारी की है, जिन्हें रविवार को रिहा किया जाएगा। इनमें 69 महिलाएं, 16 पुरुष और 10 नाबालिग शामिल हैं।
इजराइल 700 से ज्यादा फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करेगा। इनके नाम की लिस्ट भी जारी की गई है। इस लिस्ट में शामिल कई लोग हत्या के आरोप में उम्रकैद की सजा काट रहे हैं, जिनमें हमास और फिलिस्तीनी इस्लामिक जिहाद सदस्य भी शामिल हैं।
बता दें कि हमास ने 7 अक्टूबर 2023 को इजराइल में घुसकर 1200 लोगों को मार डाला था और 251 को बंधक बना लिया था। इसके कुछ घंटे बाद इजराइली सेना ने गाजा पर हमला बोल दिया था।
तीन फेज में पूरी होगी सीजफायर डील
15 जनवरी को जो बाइडेन ने कहा कि यह डील 19 जनवरी, यानी रविवार से तीन फेज में शुरू होगी। इसमें 42 दिन तक बंधकों की अदला-बदली की जाएगी।
पहला फेज:
- 19 जनवरी से 1 मार्च तक गाजा में पूरी तरह से युद्धविराम रहेगा। हमास 33 इजराइली बंधकों को रिहा करेगा। इजराइल रोजाना अपने एक बंधक के बदले 33 फिलिस्तीनी बंदियों को रिहा करेगा। हर एक इजराइली महिला सैनिक के बदले 50 फिलिस्तीनी बंदियों को रिहाई मिलेगी।
दूसरा फेजः
- अगर पहले फेज के 16वें दिन, यानी 3 फरवरी तक सब कुछ ठीक रहा, तो दूसरे फेज की योजना पर बातचीत शुरू हो जाएगी। इस दौरान कोई भी हमला नहीं किया जाएगा। जिंदा बचे हुए बाकी बंधकों को रिहा किया जाएगा।
- इजराइल 1 हजार फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करेगा, इनमें लगभग 190 कैदी 15 साल से ज्यादा समय से सजा काट रहे हैं।
तीसरा फेजः
- इस डील के आखिरी फेज में गाजा को दोबारा बसाया जाएगा। इसमें 3 से 5 साल का समय लगेगा। हमास के कब्जे में मारे गए बंधकों के शव भी इजराइल को सौंपे जाएंगे।
बंधकों की रिहाई और गाजा में सीजफायर डील को लेकर मई 2024 से बातचीत जारी थी। इसे लेकर सालभर से देश में प्रदर्शन भी चल रहे थे।
नेतन्याहू की पार्टी के 2 मंत्री ने किया सीजफायर का विरोध
PM नेतन्याहू की लिकुड मंत्री के मंत्री डेविड अम्सलेम और अमीचाई चिक्ली उन 8 मंत्रियों में शामिल हैं, जिन्होंने सीजफायर के खिलाफ मतदान किया। इसके अलावा सरकार में शामिल ओत्जमा येहुदित पार्टी के 6 मंत्रियों ने भी युद्ध विराम के खिलाफ वोट दिया था।
इससे पहले इजराइल के सुरक्षा मंत्री और दक्षिणपंथी नेता बेन-ग्विर इतामार ने शुक्रवार को हमास के साथ सीजफायर डील का विरोध किया था। उन्होंने डील को मंजूरी देने पर सरकार से समर्थन वापस लेने की धमकी दी थी।
कतर में कई हफ्तों से हो रही थी डील पर बात
सीजफायर के लिए पिछले कई हफ्तों से कतर की राजधानी दोहा में बातचीत चल रही थी। इस बातचीत में मिस्र और अमेरिका भी शामिल थे। अल जजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक कतर PM शेख मोहम्मद ने हमास और इजराइल के प्रतिनिधियों से बुधवार को मुलाकात की, जिसके बाद ये डील पूरी हुई।
बंधकों की पहली फेज की रिहाई के 15 दिन बाद हमास बाकी बंधकों को रिहा करेगा। इस बीच दोनों पक्ष स्थायी सीजफायर पर बात करेंगे।
कतर और अमेरिका की मध्यस्थता में डील
इस समझौते के लिए कतर की राजधानी दोहा में मिस्र, कतर और अमेरिका की मदद से बातचीत की गई। इसमें इजराइल का प्रतिनिधित्व मोसाद चीफ डेविड बार्निया और शिन बेत चीफ रोनेन बार ने किया। वहीं, अमेरिका की तरफ से यहां पर ट्रम्प के दूत स्टीव विटकॉफ और बाइडेन के दूत ब्रेट मैकगर्क मौजूद रहे।
(Bureau Chief, Korba)