रायपुर: कोरोनाकाल में शादियों में काफी बदलाव देखने को मिला है। बिलासपुर की हर्षिता की अपने परिवार, शहर और देश से दूर स्वीडन में ऑनलाइन शादी हुईं। कोरोना की वजह से हर्षिता की शादी लगातार टल रही थी और कोरोना के बढ़ते मामले को देखकर वर-वधु के पैरेंट्स ने ऑनलाइन शादी कराने का ही फैसला लिया। 20 जून, रविवार को स्वीडन में 25 साल की हर्षिता का विवाह 28 साल के रोहित जोशी से हुआ।
वर-वधु स्वीडन में थे। होशंगाबाद से वर पक्ष और बिलासपुर से वधु पक्ष के साथ लगभग 100 लोग इस शादी में ऑनलाइन शामिल हुए। बिलासपुर से ही पंडित ने शादी के सात वचन सुनाए और सात फेरे दिलाए। हर्षिता के पिता पप्पू तिवारी ने बताया कि बेटी और दामाद स्वीडन में एक कंपनी में बतौर इंजीनियर काम करते हैं। दोनों ने साथ-साथ पढ़ाई की और साथ ही नौकरी की।
कोरोनाकाल शुरू होने के बाद 2020 में हर्षिता और रोहित भारत आए, तब 18 अक्टूबर 2020 में कोरोना प्रोटोकाल के तहत सगाई की गई। कोरोना के कारण हर्षिता की कंपनी ने उसे वर्क फ्रॉम होम करने कहा तो हर्षिता बिलासपुर में रुक गई, लेकिन रोहित 25 अक्टूबर को स्वीडन चले गए। तब से रोहित के अभिभावक ओमप्रकाश जोशी और मधु को भी इस शादी का इंतजार था।
हर्षिता और रोहित।
हर्षिता 15 जून को पूजा का सारा सामान, गहने और शादी के कपड़े लेकर स्वीडन चली गईं। तब दोनों परिवार ने तय किया कि बच्चों की ऑनलाइन शादी कराई जाए। वर-वधु पक्ष ने 15 जून को ही पंडित से संपर्क किया। 20 जून विवाह का मुहूर्त निकला और शाम 7:30 बजे से विवाह की रस्म शुरू हुई। ढाई घंटे में विवाह संपन्न हुआ। इसमें करीब 100 रिश्तेदार शामिल हुए। नाच-गाना सबकुछ ऑनलाइन हुआ। कई रिश्तेदारों ने अपने यहां मिठाई मंंगाकर रखी और जैसे ही फेरे पूरे हुए घर के सदस्यों को मिठाई खिलाकर खुशियां मनाई। छत्तीसगढ़ में यह अपनी तरह की पहली शादी है।