Wednesday, March 12, 2025
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AAP का किला ढहा, भाजपा ने दिल्ली में 27 साल बाद स्पष्ट बहुमत हासिल किया, PM मोदी बोले- विकास की जीत, दिल्ली सचिवालय सील

नई दिल्ली: भाजपा ने दिल्ली में 27 साल बाद स्पष्ट बहुमत हासिल कर लिया है। चुनाव आयोग के मुताबिक, भाजपा 41 सीट जीती और 7 सीटों पर उसे बढ़त है यानी कुल 48 सीटें। आम आदमी पार्टी (AAP) भी 20 सीट जीती है, 2 सीटों पर आगे चल रही है यानी कुल 22 सीटें। कांग्रेस को एक भी सीट नहीं मिली है।

भाजपा ने 1993 में 53 सीटें यानी दो तिहाई बहुमत हासिल किया था। 5 साल की सरकार में मदन लाल खुराना, साहिब सिंह वर्मा और सुषमा स्वराज सीएम बनाए गए थे।

इस बदलाव में AAP के अरविंद केजरीवाल नई दिल्ली और सिसोदिया जंगपुरा से चुनाव हार गए। मुख्यमंत्री आतिशी कालकाजी सीट पर चुनाव जीत गई हैं। सत्येंद्र जैन भी चुनाव हार गए हैं। हार के बाद केजरीवाल बोले- हमें हार स्वीकार है। भाजपा को जीत की बधाई देता हूं।

PM नरेंद्र मोदी शाम को पार्टी हेडक्वार्टर पहुंचेंगे और कार्यकर्ताओं के बीच स्पीच देंगे।

इस बीच, दिल्ली सरकार के जनरल एडमिनिस्ट्रेशन डिपार्टमेंट (GAD) ने सचिवालय सील करने के आदेश जारी किए। इसमें कहा गया है कि बिना परमिशन के कोई भी फाइल या दस्तावेज, कंप्यूटर हार्डवेयर सचिवालय के परिसर से बाहर नहीं जाना चाहिए।

दिल्ली विधानसभा चुनाव- इंटरेस्टिंग फैक्ट्स

  • 2020 में भाजपा ने महज 8 सीटें जीती थीं। 2025 में 6 गुना ज्यादा यानी 48 से ज्यादा सीटों पर जीती।
  • केजरीवाल की नई दिल्ली सीट पर 20 उम्मीदवारों की जमानत तक जब्त हो गई। इन्हें मिले वोट तीन अंक तक भी नहीं पहुंच सके।
  • दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के परिणामों के अनुसार, कांग्रेस के 70 में से 68 उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई है।
  • केजरीवाल को प्रवेश वर्मा ने 4089 वोटों से हाराया, जबकि संदीप दीक्षित को 4568 वोट ही मिले।
  • भाजपा के दोनों पूर्व मुख्यमंत्रियों के बेटे चुनाव जीत गए हैं। नई दिल्ली से प्रवेश वर्मा और मोतीनगर से हरीश खुराना। प्रवेश पूर्व मुख्यमंत्री साहिब सिंह वर्मा के बेटे हैं। खुराना पूर्व सीएम मदन लाल खुराना के बेटे हैं।

कांग्रेस को एक भी सीट नहीं, पर वोट 2% बढ़ा

  • भाजपा की पिछले चुनाव (2020) के मुकाबले 40 सीटें बढ़ीं। वहीं, AAP को 40 सीटों का नुकसान हुआ है। कांग्रेस इस बार भी खाली हाथ रही। एक भी सीट नहीं जीत सकी।
  • भाजपा ने पिछले चुनाव (2020) के मुकाबले वोट शेयर में 9% से ज्यादा का इजाफा हुआ। वहीं, AAP को 10% से ज्यादा का नुकसान हुआ है।
  • कांग्रेस को भले ही एक भी सीट नहीं मिली, लेकिन वोट शेयर 2% बढ़ाने में कामयाब रही।

Muritram Kashyap
Muritram Kashyap
(Bureau Chief, Korba)
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