बीजापुर: छत्तीसगढ़-महाराष्ट्र सीमा पर मुठभेड़ में जवानों ने 31 नक्सलियों को मार गिराया है। मुठभेड़ में 2 जवान शहीद हो गए और 2 घायल हैं। जवानों ने 12 नक्सलियों के शव बरामद कर लिए हैं। मृत नक्सलियों की पहचान की जा रही है। बीजापुर के नेशनल पार्क इलाके में सर्चिंग जारी है।
वही बीजापुर SP जितेंद्र यादव ने कहा कि मारे गए नक्सलियों की संख्या बढ़ रही है, इसलिए अभी स्पष्ट नहीं बता पाएंगे कि कितना है। ये जरूर है कि बड़ा ऑपरेशन है। सफलता बड़ी मिली है। बड़ी संख्या में हथियार और विस्फोटक भी बरामद किए गए हैं।
इसके अलावा दोनों घायल जवानों की हालत खतरे से बाहर है। उन्हें हायर सेंटर में बेहतर इलाज के लिए भेजा जाएगाl इसके साथ ही अतिरिक्त बल को बैकअप के लिए भेजा गया है।
बस्तर IG सुंदरराज पी ने बताया कहा कि, माओवादियों की मौजूदगी की सूचना मिली थी, जिसके बाद फोर्स को मौके के लिए निकाला गया था। बीजापुर DRG, STF और बस्तर फाइटर्स के जवानों ने नक्सलियों को घेरा।
वहीं DIG कमलोचन कश्यप ने कहा कि, अभी जवानों से संपर्क नहीं हो पा रहा है। बड़ा ऑपरेशन है। संख्या स्पष्ट नहीं बता सकते, लेकिन इतना है कि नक्सलियों को बड़ा नुकसान हुआ है। नक्सलियों की मौत की संख्या बढ़ने की संभावना है।
2 फरवरी को मारे गए थे 8 नक्सली
बीजापुर जिले के गंगालूर थाना क्षेत्र में 2 फरवरी को सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ में 8 नक्सलियों को मार गिराया था। मारे गए माओवादियों में सभी पुरुष नक्सली थे। सुरक्षाबलों के करीब 800-1000 जवानों ने PLGA कंपनी नंबर 2 के नक्सलियों को घेरा था। इनमें बड़े लीडर्स भी थे। मौके से फोर्स ने इंसास समेत 303, 12 बोर, BGL लॉन्चर बरामद किया।
20 दिन पहले गरियाबंद में 16 नक्सली मारे गए
20-21 जनवरी को गरियाबंद जिले के जंगल में भी मुठभेड़ हुई थी। करीब 80 घंटे तक चले इस ऑपरेशन में 16 नक्सली मारे गए। इनमें से 12 नक्सलियों पर कुल 3 करोड़ 16 लाख रुपए का इनाम घोषित था। मारे गए नक्सलियों में नक्सलियों की सेंट्रल कमेटी का मेंबर चलपति भी है।
अकेले चलपति पर ही 90 लाख का इनाम था। वहीं नुआपड़ा-गरियाबंद-धमतरी डिवीजन कमेटी का प्रमुख सत्यम गावड़े भी एनकाउंटर में मारा गया था।
(Bureau Chief, Korba)