नईदिल्ली . हरियाणा के गुरुग्राम में नागालौंड की गारो जनजाति के दो लोगों की रहस्यमय हालत में हुई मौत का मामला अब गहरा गया है। मृतकों के परिवार को इंसाफ दिलाने के लिए मेघालय के राज्यपाल ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से गुहार लगाई है। बता दें कि रोजी संगमा सैमुअल संगमा की मौसी थीं और दोनों दिल्ली में एक साथ रहते थे. अब नगालैंड से लेकर असम तक रोजी और सैमुअल संगमा को इंसाफ दिलाने के लिए लोगों ने प्रदर्शन तेज कर दिया है
पेशे से एयर होस्टेस रोजी संगमा नगालैंड के दीमापुर की रहने वाली थी और दिल्ली के बृजवासन इलाके में अपनी बहन के बेटे के साथ रहती थीं. घटना 23 जून की है जब रोजी संगमा को अचानक हाथ पैर में तेज दर्द होने लगा और प्राइवेट पार्ट से ब्लीडिंग होने लगी. इसके बाद रोजी संगमा के बहन के बेटे सैमुअल संगमा ने अपनी मौसी को दिल्ली के एक अस्पताल लेकर गया जहां हालत ज्यादा बिगड़ने पर गुरुग्राम के अल्फा अस्पताल में एडमिट करवाया.
इस दौरान सैमुअल संगमा ने अपनी मौसी का वीडियो भी बनाया और उसमें बताया कि मेरी मौसी की तबियत में काफी सुधार हुआ है. हालांकि इसके बाद अस्पताल के आईसीयू में रोजी संगमा को किसी ने आइसक्रीम खिला दी जिसके कुछ देर बाद ही उसकी मौत हो गई.सैमुअल संगमा ने अपने वीडियो में बताया था कि जब उसने अस्पताल के वार्ड का वीडियो रिकॉर्ड करना शुरू किया तो वहां के डॉक्टरों ने उसकी पिटाई कर दी और अस्पताल से बाहर निकाल दिया.
रोजी और सैमुअल संगमा के लिए न्याय की मांग करने वाले यह सवाल उठा रहे हैं कि अगर रोजी की हालत इतनी गंभीर थी तो इलाज के लिए एक्सपर्ट्स डॉक्टरों को क्यों नहीं बुलाया गया। दूसरे लोग पूछ रहे हैं कि जब वह इतनी बीमार थी तो आइसीयू में आइसक्रीम खाने से मना क्यों नहीं किया गया।