रायपुर के अम्बेडकर अस्पताल कैंपस में हत्या करने वाले तीन बदमाशों को पुलिस ने पकड़ लिया है। ये इसी इलाके में दिन भर आवारागर्दी करने वाले नशेड़ी युवक हैं। अस्पताल कैंपस के पंजाब नेशनल बैंक के ठीक सामने वाली कैंटीन के कुक की हत्या हुई थी। बीते मंगलवार को हुई इस वारदात के बाद से ही पुलिस घटना को अंजाम देने वालों की तलाश में थी।
जब मंगलवार को पुलिस मौके पर पहुंची तो मृतक इस हाल में मिला।
शुक्रवार शाम पूछताछ के बाद अब इस केस में पकड़े गए तरुण उर्फ नवीन पाल और इसके साथी रज्जू साहू और नंदू को जेल भेजा गया है। मौदहापारा थाने की पुलिस इस केस में अब भी जांच जारी रखे हुए है। गिरफ्त में आए तीनों आरोपियों की शिनाख्ती की कार्रवाई भी की जानी है, पुलिस हत्या के दिन कैंटीन में मौजूद कुछ लोगों से भी पूछताछ कर रही है। अब तक की जांच में जो बातें सामने आईं वो हैरान करती हैं।
मेन रोड से जुड़ी इसी गली से आरोपी फरार हुए।
मुफ्त खाने और दादागिरी से तंग आकर कुक ने किया था विरोध
कुल्हाड़ी मारकर कुक जीवन लाल की जान लेने वाला तरुण ऊर्फ नवीन मंगलवार की दोपहर अपने साथियों के साथ मिलकर गांजा पी रहा था। नशे की हालत में वो कैंटीन में पहुंच गया। ये तीनों अक्सर यहीं आकर खाना खाते थे। घटना के दिन जीवन कैंटीन में पहले से आए कुछ मरीजों के परिजनों को खाना परोस रहा था। उसके साथ यहां काम करने वाली महिला भी थी। तरुण ने यहां अाते ही बदसलूकी शुरू कर दी। उसने कुक से कहा- भूख लगी है चल खाना दे,। जीवन इनकी हर दिन की दादागिरी से तंग आ चुका था, उसने इंकार कर दिया। युवकों ने इसके बाद कुक के साथ मरपीट की और कैंटीन में पहले से मौजूद लोगों का मोबाइल लूटने की कोशिश करने लगे, गालियां देने लगे।
आला अफसर इस केस की तफ्तीश में जुटे थे।
ये देखकर जीवन को गुस्सा आ गया, कैंटीन में पड़ी कुल्हाड़ी की लकड़ी से उसने तरुण के हाथ पर वार किया। इससे झुंझलाकर तरुण ने जीवन की कुल्हाड़ी उससे छीन ली और उसे एक लात मारी। तरुण के हमले के बाद जीवन जमीन पर गिर पड़ा। इसी दौरान तरुण ने दो बार जीवन के सिर पर कुल्हाड़ी से ऐसा वार किया मानों लकड़ी का तना काट रहा हो, जमीन पर खून के छींटे बिखर गए वहीं जीवन का जीवन खत्म हो गया। घटना के बाद कैंटीन में काम करने वाली महिला को डराकर उसका फोन छीनकर तरुण किनारे की गली से बाहर की सड़क पर भागा, पीछे-पीछे उसके साथी एक मोटर साइकिल लेकर निकल गए।
फॉरेंसिंक एक्सपर्ट जांच के दौरान
पुराने अंदाज से पुलिस ने किया गिरफ्तार
घटना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस को ये पता चला कि तीन युवक इस घटना के पीछे हैं। सामने की तरफ बैंक मंे लगे सीसीटीवी काम तो कर रहे थे मगर उनका एंगल कुछ ऐसा था कि वो घटना या आरोपियों को ठीक तरह से कवर नहीं कर पाए। एक कैमरा खराब भी था। आरोपियों का कोई घर नहीं है, कोई पता नहीं है, न ही वो मोबाइल फोन का इस्तेमाल करते हैं। ऐसे में इन्हें पकड़ना पुलिस के लिए टेढ़ी खीर साबित हो रहा था। मगर पुलिस वो तरीका आजमाया जो CCTV और मोबाइल नेटवर्क के जमाने से पहले इस्तेमाल किया जाता था। वो है खुफिया नेटवर्क।
घटना के वक्त वहां मौजूद महिलाओं से भी पुलिस ने पूछताछ की।
पुलिस ने शहर के हर उस अड्डे पर अपने खबरियों को एक्टिव किया जहां आवारा किस्म के युवक गांजा, शराब पीने जमा होते हैं। तरुण छेरीखेड़ी के आगे एक खंडहर में रात के वक्त सोने जाता था उसका कोई ठिकाना नहीं था। अपने खबरियों से पुलिस को पता लगा कि तरुण उरला इलाके में जाकर किसी से गांजा खरीद रहा है। वहीं उरला पुलिस की एक टीम ने फौरन दबिश देकर तरुण और उसके साथियों को पकड़ लिया। इसके पास से एक चोरी की बाइक भी मिली है।