छत्तीसगढ़ में बेरोजगारों से नौकरी लगाने के नाम पर ठगी करने के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। एक बार फिर से इस तरह का मामला कवर्धा जिले से आया है। जहां एक बेरोजगार युवक से नौकरी लगाने के नाम पर पहले 2.5 लाख रुपए ले लिए गए। फिर पैसा लेकर ही आरोपी फरार हो गया। जिसके बाद पीड़ित ने मामले की शिकायत सिटी कोतवाली पुलिस में कर दी। जिस पर पुलिस ने राजकुमार बर्मन को बेमेतरा से गिरफ्तार कर लिया है।
दरअसल, शंकर नगर इलाके के रहने वाले जितेन्द्र ने 17 जुलाई को राजकुमार के खिलाफ शिकायत की थी कि राजुकुमार ने उससे नौकरी लगाने के नाम पैसे ठग लिए हैं। इसके बाद पुलिस ने मामले की जांच की और आरोपी को पकड़ लिया है। आरोपी बेमेतरा का रहने वाला है। पीड़ित ने बताया कि राजकुमार ने नौकरी लगवाने के नाम पर 2.5 लाख रुपए ले लिए थे। उसने कहा कि वो किसी स्थान पर नौकरी लगवा देगा। पर काफी समय बीत गया और उसका पता ही नहीं चल रहा था।
पीड़ित युवक ने आरोपी के खिलाफ सिटी कोतवाली पुलिस में मामला दर्ज करवाया था।
फोन भी बंद कर लिया
इसके बाद जितेंद्र ने राजकुमार से संपर्क करना शुरू किया। लेकिन राजकुमार जितेंद्र को गुमराह करता रहा। इसके अलावा उसने कुछ दिन अपना फोन भी बंद कर लिया। जिसके चलते ही परेशान युवक ने राजकुमार के खिलाफ सोटी कोतवाली पुलिस में मामला दर्ज कराया। जिसके बाद पुलिस ने आरोपी का पता लगाना शुरू किया। कुछ दिन बाद पता चला की आरोपी बेमेतरा में छिपा हुआ है। इसके बाद उसे बेमेतरा से गिरफ्तार कर लिया गया है। फिलहाल राजकुमार से इसी मामले को लेकर और पूछताछ की जा रही है।
पार्षद पति ने ठग लिए 7 लाख
प्रदेश में इस तरह की ठगी का यह कोई पहला मामला नहीं है। यहां आए दिन इस तरह के मामले सामने आ रहे हैं। इसके कुछ दिन पहले राजधानी की खमतराई पुलिस ने बीरगांव नगर निगम के पार्षद पति हरेंद्र शर्मा को गिरफ्तार किया था। हरेंद्र पर आरोप था कि उसने एक युवक से नौकरी लगाने के नाम पर 7 लाख रुपए ठगे हैं।
CAF के हवलदार ने ऐंठ लिए 23 लाख
वहीं कवर्धा में कोतवाली पुलिस ने ही पुलिस विभाग में नौकरी लगाने के नाम पर युवाओं से 23 लाख रुपए की ठगी करने वाले सीएएफ के हवलदार के खिलाफ भी केस दर्ज किया था। पता चला था कि आरोपी ने एक नहीं बल्कि अलग-अलग लोगों से पुलिस विभाग में नौकरी लगाने का सपना दिखाकर पैसे ऐंठ लिए थे।